Tera Software stock price : हैदराबाद मुख्यालय वाली टेरा सॉफ्टवेयर लिमिटेड के शेयरों में महज दो हफ्ते में 120% की भारी बढ़त हुई है। इस माइक्रोकैप आईटी फर्म के शेयरों में यह बड़ी तेजी ऐसे समय में आई है, जब कंपनी आईटीआई के साथ एक कंसोर्टियम के हिस्से के रूप में भारतनेट फेज-3 प्रोजेक्ट के तीन पैकेजों के लिए सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी (एल1) के रूप में उभरी है। इस प्रोजेक्ट की कुल वैल्यू 3,022 करोड़ रुपये है।
कंपनी ने इस महीने की शुरुआत में एक्सचेंज फाइलिंग में कहा है कि टेरा सॉफ्टवेयर ने हिमाचल प्रदेश (पैकेज संख्या 8), पश्चिम बंगाल और अंडमान और निकोबार (पैकेज संख्या 9) राज्यों में कंसोर्टियम पार्टनर के रूप में आईटीआई (पीएसयू) के साथ मिडिल माइल नेटवर्क - चरण -3 के लिए भारतनेट परियोजना की बोलियों में भाग लिया है। कंपनी 3,022 करोड़ रुपये के कुल ऑर्डर वैल्यू वाले इस प्रोजेक्ट के लिए एल 1 बिडर के रूप में उभरी है।
टेरा सॉफ्टवेयर लिमिटेड एकमात्र ऐसी कंपनी है, जो आंध्र प्रदेश में भारतनेट परियोजनाओं के प्रथम चरण से लेकर ओडिशा में द्वितीय चरण तक सफलतापूर्वक कार्यरत है तथा अब भारतनेट परियोजनाओं के तृतीय चरण में प्रवेश कर रही है।
बीएसएनएल ने 16 पैकेजों/सर्किलों के लिए भारतनेट के मिडिल माइल नेटवर्क के डिजाइन, आपूर्ति, निर्माण, स्थापना, अपग्रेडेशन, संचालन और रखरखाव के लिए निविदाएं आमंत्रित की थीं।
5 नवंबर को टेरा सॉफ्टवेयर के शेयर बीएसई पर 79.95 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे। वहीं, 19 नवंबर को कंपनी के शेयर अपर सर्किट पर बंद हुए और 179.59 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गए, जो 124 फीसदी की भारी उछाल दिखाता है। कंपनी का मार्केट कैप 225 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
सितंबर तिमाही में कंपनी की मुनाफे में वापसी के कारण भी शेयर में उछाल आया है। कंपनी वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 1.37 करोड़ रुपये का कंसोलीडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी को 49 लाख रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। इस अवधि में कंपनी की कामकाजी आय सालाना आधार पर 18 फीसदी बढ़कर 26 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 22 करोड़ रुपये थी।
सितंबर 2024 के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक प्रमोटरों के पास कंपनी के 47.53 फीसदी शेयर हैं। टेरा सॉफ्टवेयर आईटी इंडस्ट्री में एक प्रोफेशन सर्विल प्रोवाइडर है, जो भारत के 22 राज्यों में बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (बीओटी) प्रोजेक्ट्स को क्रियान्वित करने के लिए जानी जाती है।