First Quarter Earnings : गुरुवार से वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही शुरू हो गई है और अप्रैल के दूसरे हफ्ते से कंपनियों के वित्त वर्ष 2021-22 की अंतिम तिमाही के नतीजे आने लगेंगे। सीएनबीसी-टीवी18 से बातचीत में आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी (Aditya Birla Sun Life AMC s) के महेश पाटिल ने कहा कि दुनिया भर में जारी जिओपॉलिटिकल टेंशन के चलते निकट भविष्य में कुछ मुश्किलें हो सकती हैं।
कुछ सेक्टर्स के नतीजे रहेंगे निराशाजनक
पाटिल ने कहा, “वित्त वर्ष 23 की पहली तिमाही के दौरान कुछ सेक्टर्स के रिजल्ट्स निराशाजनक रह सकते हैं। निकट भविष्य में बाजार कुछ एक्सपेंसिव दिखने जा रहा है।”
अलग-अलग सेक्टर के बारे में पाटिल ने आगाह किया कि निकट भविष्य में सबसे ज्यादा दबाव ऑटो कंपनियों पर दिखेगा। उनका मानना है, “ऑटो सेक्टर (auto sector) डिमांड और सप्लाई के लिहाज से प्रभावित रहा है। एक बार डिमांड में सुधार की स्थिति में ऑटो सेक्टर का प्रदर्शन बेहतर होने की उम्मीद है।”
बैंकिंग सेक्टर की अच्छी ग्रोथ की संभावना
हालांकि, पहली तिमाही के लिए उन्होंने आगाह किया कि लिस्टेड ऑटो कंपनियों के मार्जिन में गिरावट दिख सकती है। दूसरे सेक्टरों की बात करें तो पाटिल को बैंकिंग अच्छा नजर आता है। उन्होंने कहा, “बैंकिंग सेक्टर में अच्छी ग्रोथ नजर आती है और इसलिए हम बैंकों पर पॉजिटिव हैं। कॉरपोरेट NPA साइकिल अपने निचले स्तर पर है। ज्यादातर बड़े पीएसयू बैंकों (PSU banks) का प्रदर्शन अच्छा रहने की उम्मीद है।”
इसके अलावा, नए वित्त वर्ष के पहले दिन फाइनेंशियल और ऑटो स्टॉक्स में बिकवाली के चलते भारतीय इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और एनएसई निफ्टी50 (NSE Nifty50) की शुरुआत गिरावट के साथ हुई, लेकिन कुछ ही देर में बाजार हरे निशान में आ गया।