नई ऊंचाई, फिर गिरावट : इनवेस्टर्स को रोमांच का अहसास कराते हुए कुछ शेयर
2021 में कई स्टॉक्स ऐसे रहे जिन्होंने इनवेस्टर्स को खूब कमाई कराई, लेकिन इनमें बड़ी गिरावट भी दर्ज की गई। हम यहां आईआरसीटीसी से लेकर टाटा मोटर्स तक टॉप 10 स्टॉक्स के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने मल्टीबैगर रिटर्न दिया। बाद में उनमें से कई अपने हाई से 50 फीसदी तक टूट भी गए। आखिर ये स्टॉक्स क्यों इतनी तेजी से भागे...
IRCTC
2019 में लिस्टिंग के बाद से इस शेयर ने शानदार रिटर्न दिया है। 2021 में भी यह शेयर मल्टीबैगर साबित हुआ है। अपनी मोनोपोली और फ्यूचर ग्रोथ आउटलुक के चलते दो साल में यह आईपीओ इश्यू प्राइस से 10 गुना से ज्याद बढ़ चुका है। हालांकि, स्टॉक में इस साल उस समय गिरावट आई जब सरकार ने कंपनी से अपने फी रेवेन्यू आधा उसके साथ शेयर करने के लिए कहा। यह सितंबर, 2021 में 120 फीसदी चढ़ चुका था, लेकिन अक्टूबर में एक ही सेशन में यह 25 फीसदी टूट गया था। घोषणा से पहले शेयर में भारी उतार-चढ़ाव का मतलब था कि कुछ मार्केट प्लेयर्स के पास पहले से यह जानकारी थी।
Tata Power
टाटा पावर का शेयर इस साल 190 फीसदी मजबूत हो चुका है, लेकिन इसमें तेज गिरावट भी देखने को मिली। यह 2021 में 75 रुपये से बढ़कर 257 रुपये तक पहुंच गया, लेकिन अक्टूबर में हुई प्रॉफिट बुकिंग से यह 20 फीसदी से ज्यादा टूट गया। तब से स्टॉक अपने ऑल टाइम हाई से नीचे बना हुआ है।
स्टील कंपनी का शेयर अगस्त, 2021 में 125 फीसदी मजबूत होकर 1,460 रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया था। इसकी मुख्य वजह 2010 से 2020 के बीच उसकी प्रोडक्शन कैपेसिटी दोगुनी होना रही है। हालांकि, ग्लोबल मार्केट में स्टील की कीमतें गिरने के कारण यह उस स्तर से 25 फीसदी तक टूट चुका है।
IEX
इस साल स्टॉक 25 फीसदी मजबूत होकर 19 अक्टूबर को 280 रुपये के स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि 25 अक्टूबर तक 8 फीसदी टूट गया, फिर अगले कुछ सेशन में शेयर ने वापसी की। 10 दिसंबर को फिर 295 रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंचा और फिर से गिरकर 238 रुपये का रह गया। एनालिस्ट्स ने कहा कि अच्छी ग्रोथ के अनुमानों से शेयर में रैली आई थी।
कंपनी का शेयर इस साल 165 फीसदी चढ़कर अक्टूबर में 3,020 रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया था। इसकी वजह अच्छा प्रदर्शन और फिनोलिक प्रोडक्ट्स की ग्रोथ रही है। तब से, शेयर 20 फीसदी टूट चुका है और मंगलवार को 2,445 रुपये पर बंद हुआ।
Tata Motors
यह शेयर इस साल का सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला ब्लूचिप रहा है। साल की शुरुआत में शेयर 180 रुपये का था और अच्छी ग्रोथ की संभावनाओं के चलते 160 फीसदी मजबूती के साथ 480 रुपये का हो गया। हालांकि, 52 हफ्ते की ऊंचाई से यह 10 फीसदी टूट चुका है।
श्रेई के जून, 2021 तक लगभग 200 फीसदी चढ़ चुका था। लेकिन आज यह 52 हफ्ते की ऊंचाई से 70 फीसदी टूट चुका है। आरबीआई के इसके बोर्ड को अपने हाथ में लेने के बाद शेयर में गिरावट दर्ज की गई है। साथ ही गवर्नेंस इश्यूज और पेमेंट डिफॉल्ट के चलते कंपनी इनसॉल्वेंसी प्रोसीडिंग में चली गई है।
PNB Housing Finance
कार्लाइल ग्रुप और अन्य इनवेस्टर्स के कंपनी में निवेश के चलते पीएनबी एचएफ का शेयर जून 2021 तक 150 फीसदी मजबूत हो गया था। हालांकि रेग्युलेटरी आपत्तियों के चलते सेबी द्वारा पीएनबी हाउसिंग-कार्लाइल डील को रद्द करने और फिर मुकदमेबाजी के बाद शेयर में गिरावट दर्ज की गई।
सद्भाव इन्फ्रा
2021 के शुरुआती सात महीनों में सद्भाव इन्फ्रा और सद्भाव इंजीनियरिंग के शेयर क्रमशः 100 फीसदी और 50 फीसदी मजबूत हो गए थे। लेकिन अब ये स्टॉक 52 हफ्ते की ऊंचाई से क्रमशः 65 फीसदी और 60 फीसदी नीचे हैं। खराब नतीजों के चलते सद्भाव इंजीनियरिंग के शेयर में कमजोरी दर्ज की गई।
Wockhardt
मई, 2021 तक शेयर 60 फीसदी से ज्यादा मजबूत हो चुका था, लेकिन यह 52 हफ्ते के हाई से 50 फीसदी टूट चुका है। सीरम इंस्टीट्यूट को हिस्सेदारी बेचने और अच्छी अर्निंग के दम पर स्टॉक में मजबूती दर्ज की गई थी।