HDFC Bank के शेयरों में आज लगातार 9वें कारोबारी दिन गिरावट देखने को मिली है। आज के शुरुआती कारोबारी घंटों में ये शेयर बीएसई पर 2 फीसदी से ज्यादा टूट कर 1,362 रुपए प्रति शेयर पर पहुंच गया। पिछले 5 कारोबारी सत्रों में HDFC Bank के शेयरों में करीब 9 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। वहीं, इसी अवधि में सेंसेक्स सिर्फ 3 फीसदी गिरा है।
चौथी तिमाही में HDFC BANK के नतीजे भी अनुमान से कमजोर नजर आये। ब्याज से कमाई 10% से ज्यादा बढ़कर 18 हजार 872 करोड़ रही। वहीं मुनाफा करीब 23% ऊपर देखने को मिला। बैंक का CASA रेश्यो 26 तिमाहियों में सबसे ज्यादा रहा। लेकिन HDFC BANK का ADR 2% से ज्यादा फिसला हुआ देखने को मिला।
इसी महीने के शुरुआत में मॉर्गेज फाइनेंसर हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन (HDFC) ने कहा था कि वह अपनी सब्सिडियरी HDFC Bank के साथ मर्ज हो जाएगी। इस मर्जर के बाद एक बड़ी फाइनेंशियल कंपनी बनेगी। हालांकि ये मर्जर योजना अभी तमाम वैधानिक मंजूरियों के अधीन है।
Swastika Investmart के संतोष मीणा का कहना है कि HDFC Bank और HDFC Ltd अपने मर्जर योजना के एलान के बाद अब तक अपने हाई से 20 फीसदी से ज्यादा टूट चुके हैं। NIMs पर दबाव के चलते HDFC Bank के नतीजे उम्मीद से कमजोर रहे थे। लेकिन हमारा मानना है कि HDFC Bank की असेट क्वालिटी और दूसरे मानक दूसरे बैंकों की तुलना में काफी अच्छी स्थिति में हैं। हमारी राय है कि ये मर्जर लंबी अवधि में दोनों कंपनियों के लिए काफी अच्छा साबित होगा। ऐसे में एचडीएफसी बैंक में किसी गिरावट में खरीदारी की सलाह होगा। आगे इस बैंक को देश की इकोनॉमिक ग्रोथ में आने वाली तेजी और प्राइवेट कैपेक्स में होने वाले रिवाइवल का फायदा मिलेगा।
ShareIndia के रवी सिंह का कहना है कि Q4 में HDFC Bank के हर सेगमेंट के प्रोडक्ट में ग्रोथ देखने को मिली है। लंबी अवधि में HDFC twins की मर्जर योजना फायदेमंद साबित होगी। पूरे बाजार में आई गिरावट का असर HDFC बैंक पर भी देखने को मिल रहा है। इस स्टॉक में 1,350 रुपए के आसपास खरीदारी की जा सकती है। नियर टर्म में इस शेयर में हमें 1,650 रुपए का स्तर देखने को मिल सकता है। वहीं लंबी अवधि में इसमें 1,950 रुपए का स्तर देखने को मिल सकता है।