J Kumar Infraprojects Shares : जे कुमार इन्फ्राप्रोजेक्ट्स (JKIL) अपने मजबूत बिजनेस आउटलुक के दम पर शुक्रवार को इंट्राडे में लगभग 10 फीसदी की मजबूती के साथ 307 रुपये के स्तर पर पहुंच गया, जो उसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर है। साथ ही यह अप्रैल, 2018 के बाद का हाई भी है। इसकी तुलना में, दोपहर 2 बजे सेंसेक्स 1,046 अंक यानी 1.89 फीसदी की गिरावट के साथ 54,270 पर बना हुआ है।
12 ट्रेडिंग सेशन में 38 फीसदी मजबूत
मार्च, 2022 में समाप्त तिमाही के अच्छे नतीजे जारी करने के लिए सिविल कंस्ट्रक्शन कंपनी का शेयर पिछले 12 ट्रेडिंग सेशन में 38 फीसदी मजबूत हो चुका है। जनवरी-मार्च, 2022 में तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) दोगुने से ज्यादा बढ़कर 74 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी को मजबूत ऑपरेशनल प्रदर्शन का फायदा मिला। वहीं एक साल पहले समान तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 33 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी का ऑपरेशंस से रेवेन्यू 12 फीसदी बढ़कर 1,114 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 992 करोड़ रुपये था।
इन वजहों से दिख रही तगड़ी रैली
30 मई को जेकेआईएल ने कहा था कि कंपनी को इरकॉन इंटरनेशनल से एकमुश्त 1,068 करोड़ के कांट्रैक्ट प्राइस के लिए लेटर ऑफ एक्सेप्टैंस (एलओए) मिला है। यह एलओए वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे के भोज से मोरबे सेक्शन पर 69.800 किमी से 79.783 किमी तक आठ लेन के एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए मिला है। इसमें महाराष्ट्र में मथेरन इको सेंसिटिव जोन में 4.160 किमी लंबी ट्विन ट्यूब 8-लेन टनल भी शामिल है।
इसके अलावा, JKIL ने सूरत, चेन्नई, मुंबई, आगरा, कानपुर और दिल्ली में मेट्रो प्रोजेक्ट्स के लिए भी बिड लगाई हैं। कंपनी ने गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड के लिए भी रिक्वेस्ट फॉर क्वालिफिकेशन (आरएफक्यू) जमा किया है।
वित्त वर्ष में 5,000 करोड़ के ऑर्डर मिलने की उम्मीद
इस क्रम में, कंपनी वित्त वर्ष 23 में 5,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर की उम्मीद कर रही है, जिसमें से 20 फीसदी अभी तक हासिल हो चुके हैं।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने कहा, सभी कांट्रैक्ट प्राइस में बढ़ोतरी के क्लॉज से सुरक्षित हैं, इसलिए कमोडिटी की कीमतों में उतार-चढ़ाव से उसके मार्जिन पर खास असर नहीं पड़ता है। हालांकि, स्टॉक फिलहाल ब्रोकरेज के 283 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस से ऊपर कारोबार कर रहा है।