Stanley Druckenmiller : स्टैनली ड्रकेनमिलर ने वाल स्ट्रीट यानी अमेरिकी शेयर बाजारों के लिए एक बड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि स्टॉक मार्केट में बड़ी गिरावट का दौर अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने आशंका जताई कि अभी छह महीने और बाजार में मंदी बनी रहेगी।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Duquesne Family Office का संचालन करने वाले Druckenmiller ने 2022 Sohn Investment Conference के दौरान कहा, “मेरा अनुमान है कि बाजार में कम से कम छह महीने तक मंदी बनी रहेगी।” उन्होंने कहा, कुशलता के साथ ट्रेडिंग करने वालों के लिए संभवतः इसका पहला चरण खत्म हो गया है। लेकिन मुझे लगता है कि इस मंदी का बाजार अभी आगे भी जारी रहेगा।
2023 में किसी भी समय आएगी मंदी
नैस्डैक कम्पोजिट इंडेक्स अपने पिछले उच्चतम स्तर पर 20 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है, यह बात पारम्परिक रूप से बियर मार्केट पर खरी उतरती है।
बाजार में गिरावट बढ़ने की मुख्य वजह दशकों की ऊंचाई पर पहुंची महंगाई को काबू में करने के लिए फेडरल रिजर्व द्वारा अपनाया गया आक्रामक रुख है। ड्रकेनमिलर ने कहा, इससे 2023 में किसी भी समय मंदी आने की आशंकाएं बढ़ेंगी।
लगभग एक साल पहले उन्होंने सेंट्रल बैंक की नीति को पूरी तरह अनुचित बताया था और कहा था, “हम सभी बाजारों में बढ़ती सनक की स्थिति में हैं।”
बड़ी संख्या में लोगों को हो सकता है नुकसान
ड्रकेनमिलर एक दशक से ज्यादा समय से अरबपति जॉर्ज सोरोज (George Soros) के लिए पैसे का प्रबंधन करते हैं। Druckenmiller ने कहा, “वह दौर निश्चित रूप से खासा मुश्किल था, क्योंकि उस अवधि के दौरान बड़ी मात्रा में एसेट्स खरीदी गई थीं। उस जोखिम भरे दौर से निकलने वाले लोग अब अपनी बड़ी पूंजी गंवा देंगे।”
ग्रीनलाइन कैपिटल के डेविड एनहोर्न (David Einhorn) ने भी कॉन्फ्रेंस के दौरान कुछ ऐसी ही राय जाहिर की। उन्होंने कहा कि महंगाई एक बड़ी समस्या है और इसके बने रहने की संभावना है। आंशिक रूप से इसकी वजह सीमेंट, हाउसिंग, माइनिंग ऑयल और पेपर में कम निवेश का होना है।
ड्रकेनमिलर ने छह महीनों में कहां लगाया दांव
Druckenmiller ने कहा कि पिछले छह से आठ महीनों में उन्होंने फिक्स्ड इनकम और स्टॉक्स के खिलाफ दांव लगाया है, करेंसीज से दूरी बनाकर रही है और तेल, गोल्ड और कॉपर जैसी कमोडिटीज में खरीदारी की है।
पिछले महीने की रेगुलेटरी फाइलिंग्स के मुताबिक, Druckenmiller की कंपनी Duquesne ने पहली तिमाही के दौरान Google की पैरेंट कंपनी Alphabet Inc., Airbnb Inc. और Carvana Co में अपने शेयर बेचे। वहीं Chevron Corp में अपनी पोजिशन बढ़ाई है।