भारतीय जीवन बीमा निगम (Life Insurance Corporation of India) के शेयरों पर शुक्रवार (10 जून) को बिकवाली का दबाव देखने को मिला। यह लगातार 9वां दिन है जब यह शेयर लाल निशान में है। दिन में 12 बजे यह शेयर 1.25 फीसदी गिरकर 712.70 रुपये पर चल रहा था। आज की गिरावट की वजह इनवेस्टर्स की एक आशंका हो सकती है।
दरअसल, एंकर इनवेस्टर्स के इस शेयर में बिकवाली के लिए एक महीने का लॉक-इन पीरियड अब खत्म होने जा रहा है। इसके बाद एंकर इनवेस्टर्स एलआईसी के शेयर बेच सकते हैं। इससे इसका भाव और गिर सकता है। शुक्रवार को एलआईसी के शेयर में गिरावट की वजह यह आशंका हो सकती है। एंकर निवेशकों के लिए लॉक-इन पीरियड 13 जून को समाप्त होने की उम्मीद है।
आईपीओ से पहले एंकर निवेशकों ने कंपनी के 5.93 करोड़ शेयर 949 रुपये प्रति शेयर के भाव पर खरीदे थे। एंकर निवेशक में से अधिकांश घरेलू म्युचुअल फंड थे। ये फंड अब अपने निवेश पर 25 प्रतिशत से अधिक का नुकसान उठा रहे हैं।
एंकर इनवेस्टर्स में म्यूचुअल फंड्स की 99 स्कीम्स ने एलआईसी के 4,000 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। ब्रोकरेज फर्म Macquarie ने एलआईसी के शेयर पर न्यूट्रल रेटिंग दी है। हालांकि, उसने इस शेयर के लिए 1,000 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है।
ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल फाइनेंशियल (Emkay Global Financial) ने जीवन बीमा कंपनी के स्टॉक पर 'होल्ड' रेटिंग दी है। उन्होंने इसके स्टॉक का लक्ष्य 875 रुपये तय किया है।
एमके ग्लोबल ने इस महीने की शुरुआत में कहा था, "हालांकि हम एलआईसी की बाजार की लीडिंग पोजीशन और अच्छे वैल्यूएशन को पसंद करते हैं। लेकिन हम प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों को ज्यादा वरीयता देते हैं क्योंकि जिनके पास बेहतर ग्रोथ, फायदे और हायर आरओईवी की संभावनाएं नजर आती हैं।"
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