एक अंतराष्ट्रीय वैक्सीन डेवलपमेंट संगठन ने Panacea Biotech और केंद्र सरकार के तहत काम करने वाली ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (THSTI) के साथ एक करार किया है जिसके तहत भविष्य में आने वाली संभावित महामारियों से निपटने के लिए मल्टीपल बीटा कोरोना वायरस वैक्सीन का विकास किया जाएगा। यह संगठन इस काम के लिए 1.25 करोड़ डॉलर के सहायता देने के लिए तैयार हो गया है।
बता दें कि बीटा कोरोना वायरस में हाल के इतिहास में दुनिया को तीन बड़ी महामारियां दी है। इसमें से पहली महामारी है 2001 में फैली SARS pandemic। इसके अलावा MERS pandemic जो 2012, 2015 , 2018 में आई महामारी ओर और वर्तमान में चालू कोविड पेनडमिक के लिए जिम्मेदार है।
कोलीजन फॉर इपीडेमिक प्रिपेयर्डनेस इनोवेशन (CEPI) ने एलान किया है कि इसके पिछले वर्ष मार्च में लॉन्च किए गए 20 करोड़ डॉलर के प्रोग्राम के तहत ही इस हालिया अनुदान की घोषणा की गई है । यह प्रोग्राम SARS-Cov-2 वेरिएंट और दूसरे बीटा कोरोना वायरस के खिलाफ एडवांस वैक्सीन डेवलप करने के लिए शुरु किया गया है।
Panacea Biotech ने अपने बयान में कहा कि इस फंडिंग का एलान एक ऐसी वैक्सीन कैंडिडेट के विकास के लिए किया जाएगा जो SARS-Cov-2 वेरिएंट और दूसरे बीटा कोरोना वायरस के खिलाफ व्यापक प्रोटेक्शन देगा। इस बयान में आगे कहा गया है कि CEPI इस मल्टी इपीटोप, नेनोपार्टिकल आधारित वैक्सीन कैन्डिडेट के विकास के उत्पादन प्रक्रिया के लिए 1.25 करोड़ डॉलर की सहायता उपलब्ध कराएगी।
Panacea Biotech ने आगे कहा कि यह वैक्सीन आसानी से बनाई जा सकने वाली औऱ काफी किफायती होगी। जरुरत के हिसाब से हर महीने इसकी करोड़ो डोज बनाई जा सकेंगी। कंपनी ने यह भी कहा है कि जब तक यह वैक्सीन बाजार में नहीं आ जाती तब तक इसमें और फंडिंग होने की संभावनाएं है।
बता दें कि आज के कारोबार में Panacea Biotech का शेयर 7.65 अंक यानी 3.73 फीसदी की बढ़त के साथ 212.95 रुपये के स्तर पर बंद हुआ है। इस स्टॉक का 52 वीक हाई 449.00 रुपये पर है जबकि इसका 52 वीक लो 165.30 रुपये पर है। आज के कारोबार में यह शेयर 205.30 रुपये का खुला जबकि कल यानी 18 फरवरी के कारोबार में यह शेयर 205.30 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। कंपनी का मार्केट कैप 1304 करोड़ रुपये है।