रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) की AGM अगले हफ्ते होने वाली है। बता दें कि RIL का AGM एक ऐसा इवेंट है जिसकी वजह से निफ्टी 50 इंडेक्स के इस हैवी वेट स्टॉक में बड़ा मूवमेंट देखने को मिलता है। निवेशकों और एनालिस्ट को इस AGM में तमाम बड़े ऐलानों की उम्मीद है।
पिछले साल कंपनी ने अपनी AGM में ग्रीन एनर्जी बिजनेस पर कदम रखने का ऐलान किया था। जबकि उसके पिछले साल कंपनी ने गूगल को मॉयनोरिटी इनवेस्टर के तौर पर शामिल करने की जानकारी दी थी। वहीं 2016 के AGM में टेलीकॉम सर्विस के लॉन्चिंग का ऐलान किया गया था।
गौरतलब है कि कंपनी का आगामी AGM 29 अगस्त को लगातार तीसरे वर्ष वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए होगा। AGM 2 बजे दोपहर से शुरु होगा जिसमें कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी और रिलायंस के साथ ही दूसरी सब्सिडियरियों के मेंबर प्रेजेंटेशन देंगे। इस AGM में कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर औऱ शेयर होल्डर 11 प्रस्तावों पर वोटिंग करेंगे।
AGM के आसपास कैसी रह सकती है स्टॉक की चाल
पिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो AGM के पहले और बाद में रिलायंस के स्टॉक में काफी हलचल देखने को मिली है। AGM के 1 हफ्ते पहले इसका रिटर्न एवरेज से मामूली रहता आया है। हालांकि AGM के एक हफ्ते बाद इस स्टॉक में लगभग 4 फीसदी की औसत बढ़ोतरी देखने को मिली है। यह आंकड़े Bloomberg द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण पर आधारित हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक पिछले 10 साल के औसत प्रदर्शन पर नजर डालें तो AGM के 1 महीने के पहले स्टॉक में 2.1 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली जबकि AGM के 1 महीने के बाद इस स्टॉक में औसतन 6 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
जानकारों का कहना है कि इस बार भी रिलायंस के AGM से निवेशकों को बड़ी उम्मीदें है। इस AGM में कंपनी का फोकस एक बार फिर कंज्यूमर रिटेल बिजनेस पर रह सकता है। अनुमान लगाया जा रहा है कि 29 अगस्त की AGM में जियो प्लेटफॉर्म और रिलायंस रिटेल के लिस्टिंग के टाइम लाइन का ऐलान हो सकता है।
यह अनुमान भी लगाया जा रहा है कि अगामी AGM में न्यू एनर्जी बिजनेस को लेकर भी बड़े ऐलान हो सकते हैं।बता दें कि न्यू एनर्जी बिजनेस पिछले AGM का हाई लाइट था। तब से लेकर अब तक कंपनी ने इस सेगमेंट में क्षमता विस्तार के लिए तमाम अधिग्रहण किए हैं।
ब्रोकरेज फर्म जेएम फाइनेंशियल ने कहा है कि निवेशकों को इस बात का भी इंताजर है कि क्या आगामी एजीएम में कंपनी के ऑयल टू केमिकल और ग्रीन एनर्जी बिजनेस में किसी रणनीतिक निवेशककर्ता के शामिल होने का ऐलान होता है कि नहीं। इसके अलावा इस AGM में 5G मोबाइल सेवाओं को लेकर कंपनी क्या ऐलान करती है, इस पर भी निवेशकों की नजर रहेगी। बता दें कि हाल ही में संपन्न में स्पेट्रक्म आवंटन में रिलायंस ने अधिकांश स्पेट्रक्म हासिल किए हैं।
कंपनी ने सरकार से 25 gigahertz स्पेट्रक्म हासिल करने के लिए 11.3 अरब डॉलर का निवेश किया है। इसके अलावा निवेशकों की नजर रिलायंस जियो द्वारा दिए जाने वाले 5G सेवाओं के प्राइस के ऐलान पर भी लगी रहेगी। स्टॉक डीलरों का मानना है कि अगर कंपनी ऊपर बताए गए मुद्दों पर कोई सकारात्मक ऐलान करती है तो रिलायंस के शेयर में अच्छी तेजी आ सकती है।
गौरतलब है कि रिलायंस के पहली तिमाही के नतीजों के बाद इस स्टॉक पर ब्रोकरेज हाउस काफी बुलिश हैं। इस स्टॉक को कवर करने वाले 39 ब्रोकरेज में से 31 ने इस स्टॉक को "buy" रेटिंग दी है जबकि 3 ब्रोकरेज ने इस पर "होल्ड" रेटिंग दी है। इन सभी ब्रोकरेज के दिए गए टारगेट का औसत निकालें तो अगले 12 महीनों में इस स्टॉक में करीब 12 फीसदी की तेजी देखने को मिल सकती है। UBS Securities ने हाल ही में इस स्टॉक की रेटिंग ‘neutral’से बढ़ाकर ‘buy’कर दी है।
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