शेयर बाजार की लिस्टेड कंपनियों अथवा सरकार द्वारा लिये गये फैसलों का शेयर कंपनियों के स्टॉक्स पर ऐक्शन देखने को मिलता है। कुछ कंपनियां बाजार बंद होने के बाद अपने फैसले घोषित करती हैं और कुछ कंपनियां बाजार समय के दौरान अपने निर्णयों को सार्वजनिक कर देती हैं। कभी-कभी अन्य सूत्रों से भी कंपनियों के बारे ऐसी जानकारी छनकर सामने आती है जिसका उनके स्टॉक्स पर अनुकूल या प्रतिकूल असर देखने को मिलता है। इसी को ध्यान में रखकर हम रोजाना निवेशकों के लिए Stocks to Watch Today के रूप में ऐसे शेयरों या कंपनियों की जानकारी उपलब्ध कराते हैं जो किन्हीं कारणों से आज बाजार के दौरान सुर्खियों या फोकस में रहेंगी।
फार्मा कंपनी ने अमेरिका स्थित ईटन फार्मा (Eton Pharma) से ब्रांडेड और जेनेरिक इंजेक्शन योग्य उत्पाद पोर्टफोलियो के अधिग्रहण की घोषणा की।
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने एक्सिस बैंक के उप प्रबंध निदेशक के रूप में राजीव आनंद की फिर से नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। पुनर्नियुक्ति अगले तीन वर्ष की अवधि के लिए होगी।
ICRA ने कंपनी की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस में गिरावट के चलते कंपनी की लॉन्ग टर्म क्रेडिट रेटिंग को A+ से घटाकर A किया है।
Invesco MF ने अपने Invesco India Multicap Fund के जरिये कंपनी में 3,73,659 इक्विटी शेयर बेचे। Invesco Tax Plan ने 117 रुपये प्रति शेयर के औसत मूल्य पर 3,39,349 इक्विटी शेयर बेचे।
खाद्य वितरण कंपनी ने एक्सचेंजों को सूचित किया कि बोर्ड ने क्विक कॉमर्स कंपनी ब्लिंकिट (जिसे पहले ग्रोफर्स इंडिया के नाम से जाना जाता था) के 33,018 इक्विटी शेयरों के अधिग्रहण के लिए 4,447.48 करोड़ रुपये में एक ऑल-स्टॉक सौदे के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। यह अधिग्रहण 13,46,986.01 रुपये प्रति शेयर के भाव पर हो रहा है।
कंपनी ने अपने बिजनसे को रिस्ट्रक्चर करने का निर्णय लिया है। इसके चलते बोर्ड को लैंड, बिल्डिंग, अंडरटेकिंग और अन्य नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) के निपटान के लिए अधिकृत किया जाएगा।
बैंक ने अपनी बीएसई फाइलिंग में कहा कि बोर्ड ने भामा कृष्णमूर्ति को बैंक का पार्ट-टाइम चेयरपर्सन नियुक्त किया है। यह नियुक्ति भारतीय रिजर्व बैंक की मंजूरी के अधीन है।
संदीप गुलाटी ने एचटी ग्रुप के बाहर अवसर तलाशने के लिए कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) के पद से इस्तीफा दे दिया है।
निजी क्षेत्र के बैंक ने कहा कि सिक्योरिटीज जारी करके धन जुटाने के प्रस्तावों पर विचार करने के लिए उनका बोर्ड 30 जून को बैठक करेगा।
कंपनी इंडो एशिया कॉपर की 81% इक्विटी हिस्सेदारी खरीद रही है। इसके अनुसार इंडो एशिया कॉपर कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन गई है।
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)