विदेशी ब्रोकिंग फर्म सीएलएसए (CLSA) द्वारा रेटिंग में कटौती और लक्ष्य मूल्य घटाने के बाद टाटा मोटर्स (Tata Motors) के शेयर के भाव 4 जनवरी को शुरुआती कारोबार में 1 प्रतिशत फिसल गये। सीएलएसए ने टाटा मोटर्स को 'बाय' से 'सेल' रेटिंग देते डाउनग्रेड किया है और स्टॉक पर लक्ष्य को 450 रुपये से घटाकर 408 रुपये किया है।
घरेलू यात्री वाहन कारोबार का मूल्यांकन अधिक हुआ जबकि जेएलआर इलेक्ट्रिफिकेशन में पीछे है। यह मूल्यांकन वाणिज्यिक वाहन कारोबार के लिए 150 रुपये प्रति शेयर, जेएलआर के लिए 151 रुपये प्रति शेयर और घरेलू यात्री वाहन कारोबार के लिए 99 रुपये प्रति शेयर पर आधारित है।
सीएलएसए को उम्मीद है कि जेएलआर के लिए वॉल्यूम में तेज सुधार होगा क्योंकि चिप की कमी से राहत मिली है और कंपनी का घरेलू वाणिज्यिक वाहन कारोबार अगले तीन वर्षों में मजबूत वृद्धि दर्ज करेगा। कंपनी ने दिसंबर में अपनी कुल घरेलू बिक्री में 24 प्रतिशत की छलांग लगाकर 66,307 गाड़ियों की बिक्री की है, जबकि एक साल पहले कंपनी ने 53,430 गाड़ियां बेची थीं।
हालांकि, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कंपनी ने तीसरी तिमाही में 1,99,633 गाड़ियां बेंची जबकि एक साल पहले की इसी अवधि में 1,58,218 गाड़ियां बेंची थी। Q3 FY22 में इसकी कुल MHCV की बिक्री, MHCV ट्रक, बसों और अंतर्राष्ट्रीय कारोबार के साथ 26,329 गाड़ियों की थी, जबकि Q3 FY21 में कंपनी ने 21,476 गाड़ियां बेंची थी।
आज सुबह 9:18 बजे, टाटा मोटर्स बीएसई पर 3.05 रुपये या 0.61 प्रतिशत की गिरावट के साथ 494.40 रुपये पर कारोबार कर रहा था
यह शेयर 17 नवंबर, 2021 और 5 जनवरी, 2021 को क्रमशः 52 हफ्ते के उच्च स्तर 536.50 रुपये और 52 हफ्ते के निचले स्तर 185.05 रुपये को छू गया। मंगलवार सुबह यह अपने 52 हफ्ते के उच्च स्तर से 7.85 प्रतिशत नीचे और अपने 52 हफ्ते के निचले स्तर से 167.17 प्रतिशत ऊपर कारोबार कर रहा था।