भारतीय शेयर बाजारों में तेज गिरावट जारी है। 28 फरवरी को आई बड़ी गिरावट के चलते निवेशकों को 9 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी। सेंसेक्स 1,414.33 अंक टूटकर 73,198.10 पर और निफ्टी 420.35 अंक टूटकर 22,124.70 पर बंद हुआ। इस गिरावट का ब्रोकिंग इंडस्ट्री पर असर साफ दिखाई दे रहा है। स्टॉक ट्रेडिंग और ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म जीरोधा के CEO नितिन कामत ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में ट्रेडिंग गतिविधियों में बड़ी गिरावट पर रोशनी डाली है। साथ ही उन्होंने सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स के कलेक्शन का भी जिक्र किया है।
कामत ने लिखा 'शेयर बाजारों में आखिरकार करेक्शन आ रहा है। चूंकि बाजार चरम सीमाओं के बीच झूल रहे हैं, इसलिए वे और भी गिर सकते हैं, वैसे ही जैसे वे पीक पर पहुंचे थे। मुझे नहीं पता कि बाजार यहां से कहां जाएंगे, लेकिन मैं आपको ब्रोकिंग इंडस्ट्री के बारे में बता सकता हूं। हम ट्रेडर्स की संख्या और वॉल्यूम दोनों के मामले में भारी गिरावट देख रहे हैं।'
कामत ने अपनी पोस्ट में दो चार्ट भी शामिल किए हैं। उन्होंने लिखा, 'यह ट्रेडिंग वॉल्यूम चार्ट है। ब्रोकर्स की गतिविधि में 30% से अधिक की गिरावट है। हमने 15 साल पहले कारोबार शुरू किया था और तब से लेकर अब तक ट्रू-टू-मार्केट सर्कुलर के साथ हम पहली बार बिजनेस में गिरावट देख रहे हैं। वॉल्यूम में गिरावट दर्शाती है कि भारतीय बाजार अभी भी कितने सतही हैं।'
STT से 40000 करोड़ रुपये भी नहीं कमा पाएगी सरकार
कामत ने आगे कहा कि अगर ऐसा जारी रहा तो सरकार वित्त वर्ष FY 25/26 में STT (Securities Transaction Tax) से 40000 करोड़ रुपये भी नहीं कमा पाएगी। यह 80,000 करोड़ रुपये के अनुमान से कम से कम 50% कम है।