IDFC First Bank 3000 करोड़ रुपये का फंड जुटा सकता है। बैंक यह पैसा क्वालिफायड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के जरिए यह पैसा जुटाएगा। सीएनबीसी-टीवी18 ने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है। इस इश्यू में ग्रीन शू ऑप्शन भी होगा। क्यूआईपी में कीमत प्रति शेयर 90-91 रुपये रहने का अनुमान है। यह आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के शेयर के 3 अक्टूबर के 94.25 रुपये के क्लोजिंग प्राइस के मुकाबले यह 3-4 फीसदी डिस्काउंट है। इस क्यूआईपी के लिए नियुक्त बैंकर्स में देशी और विदेशी कंपनियां शामिल हैं। इस साल अगस्त में बैंक की सालाना आम बैठक (AGM) में फंड जुटाने के प्रस्ताव को शेयरहोल्डर्स की मंजूरी मिल गई थी। बैंक ने 2021 में भी क्यूआईपी से पैसे जुटाए थे। तब बैंक ने प्रति शेयर 57.35 रुपये के प्राइस पर फंड जुटाया था।
एक साल में पैसे दोगुना किया
बैंक ने पिछले क्यूआईपी में क्वालिफायड संस्थागत खरीदारों को 52.31 करोड़ शेयर जारी कर 3,000 करोड़ रुपये जुटाए थे। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के शेयरों में उसके 5, 10 और 20 दिन के औसत से नीचे कारोबार हो रहा है। लेकिन, कीमतें 50, 100 और 200 दिन के औसत के ऊपर हैं। इस बैंक का मार्केट कैपिटलाइजेशन 63,291 करोड़ रुपये है। बैंक का वन-ईयर बीटा 1.29 है, जिससे इस स्टॉक में ज्यादा उतार-चढ़ाव होने का संकेत मिलता है। एक साल में निफ्टी के 16 फीसदी रिटर्न की तुलना में आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के शेयर ने 97.2 फीसदी रिटर्न दिया है। इस तरह इस स्टॉक ने एक साल में निवेशकों का पैसा दोगुना कर दिया है।
छह म7ीने में चढ़ा 71 फीसदी
आईडीएफसी बैंक के शेयरों का प्रदर्शन ज्यादातर दूसरे बैंकों के मुकाबले भी अच्छा रहा है। इस स्टॉक का RSI 56.7 है, जो यह संकेत देता है कि यह स्टॉक न ही ओवरबॉट और न ही ओवरसोल्ड है। जून 2023 तक इस बैंक में प्रमोटर की हिस्सेदारी 39.9 फीसदी थी। DIIs की हिस्सेदारी 20.9 फीसदी और FIIs की हिस्सेदारी 11.7 फीसदी थी। इस बैंक में पब्लिक इनवेस्टर की हिस्सेदारी 27.5 फीसदी थी। इस शेयर में एक साल में आई तेजी का ज्यादातर हिस्सा बीते छह महीनों का है। इस अवधि में बैंक का स्टॉक 71 फीसदी से ज्यादा चढ़ा था।