Impact of US-Vietnam Trade Deal: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने बुधवार की शाम वियतनाम के साथ कारोबारी डील का ऐलान किया। अब इसका असर आज गुरुवार 3 जुलाई को भारतीय स्टॉक मार्केट में दिख सकता है। इसके चलते गोकलदास एक्सपोर्ट्स (Gokaldas Exports) और केपीआर मिल (KPR Mill) जैसी टेक्सटाइल और एपेरल कंपनियों पर दिख सकता है। अमेरिका और वियतनाम के बीच डील के चलते इनके शेयरों में आज तेज उठा-पटक दिखने के आसार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि गारमेंट्स और एपेरल बनाने का वियतनाम बड़ा हब है और अमेरिका को निर्यात करने वाला अहम देश।
क्या डील हुई है अमेरिका और वियतनाम के बीच?
अमेरिका और वियतनाम के बीच सौदे के तहत वियतनाम से अमेरिका को भेजे जाने वाले सामान पर 20% का टैरिफ लगेगा तो दूसरी तरफ अमेरिका से वियतनाम को भेजे जाने वाले सामान पर टैरिफ की दर जीरो रहेगी। इससे पहले ट्रंप प्रशासन ने वियतनाम पर 46% का रेसिप्रोकल यानी जैसे-को-तैसा टैरिफ लगाया था जिसे टैरिफ पर तीन महीने की रोक के दौरान घटाकर 10% किया गया था। दोनों देशों के बीच यह डील अमेरिकी टैरिफ पर तीन महीने के रोक की मियाद खत्म होने यानी 9 जुलाई से पहले हो गई है। भारत भी अमेरिका के साथ कारोबारी सौदे के लिए बातचीत कर रहा है जो अंतिम चरण में है।
भारतीय स्टॉक्स पर क्यों दिखेगा असर?
अमेरिका से कारोबारी सौदे के लिए भारत बातचीत कर रहा है और अगर वियतनाम की तुलना में भारत ने अच्छी डील की तो भारतीय टेक्सटाइल और एपेरल स्टॉक्स की बल्ले-बल्ले हो जाएगी। हालांकि यह ध्यान दें कि अमेरिका और वियतनाम के बीच सौदे का ऐलान हुआ है, प्रोडक्ट्स के हिसाब से टैरिफ का ऐलान अभी सार्वजनिक नहीं हुआ है। सीएनबीसी-टीवी18 से बुधवार को बातचीत में गोकलदास एक्सपोर्ट्स के शिवरामकृष्णन गणपति ने अमेरिका और वियतनाम के बीच सौदे के ऐलान से पहले कहा था कि टैरिफ से अमेरिकी मार्केट में कीमतें बढ़ेंगी और अब यह देखा जाना बाकी है कि मांग पर इसका असर कैसे पड़ता है।
गोकलदास एक्सपोर्ट्स के लिए अमेरिकी मार्केट कितना अहम है, इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि वित्त वर्ष 2024 की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक इसका तीन-चौथाई रेवेन्यू अमेरिकी मार्केट से ही आया। केपीआर मिल की बात करें तो इसके लेटेस्ट सालाना रिपोर्ट के मुताबिक इसका 21% रेवेन्यू नॉर्थ अमेरिकन मार्केट से आया। वियतनाम की बात करें तो यह भी गारमेंट्स और एपेरल का बड़ा हब है। ऐसे में समझ सकते हैं कि अमेरिका और वियतनाम के बीच की कारोबारी डील के चलते भारत में टेक्सटाइल्स और एपेरल्स से जुड़े स्टॉक्स पर असर क्यों दिख सकता है। गोकलदास एक्सपोर्ट्स और केपीआर मिल के अलावा ट्राईडेंट (Trident), वेलस्पन लिविंग (Welspun Living) और वर्धमान टेक्सटाइल्स (Vardhman Textiles) पर भी सौदे का असर दिख सकता है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।