फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) सेगमेंट को लेकर बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के नए नियमों के चलते ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट्स के औसतन डेली ट्रेडिंग वॉल्यूम में भारी गिरावट आई है। पिछले हफ्ते निफ्टी बैंक के डेली एवरेज टर्नओवर में करीब 33 फीसदी की गिरावट आई और बैंकेक्स में तो 98 फीसदी की गिरावट आई। वहीं दूसरी तरफ निफ्टी और सेंसेक्स के कॉन्ट्रैक्ट में एवरेज डेली टर्नओवर बढ़ गया और निफ्टी के मामले में यह 40 फीसदी और सेंसेक्स के मामले में 14 फीसदी बढ़ा। ओवरऑल बात करें तो एनएसई का ऑप्शंस टर्नओवर हल्का सा बढ़ा है तो बीएसई का हल्का सा कम हुआ है।
क्या कहना है एक्सपर्ट्स का?
घरेलू ब्रोकरेज फर्म एक्सिस सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड अक्षय चिंचालकर (Akshay Chinchalkar) के मुताबिक वीकली एक्सपायरी के सीमित विकल्प, मिनिमम कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू बढ़ने के चलते हाई मार्जिन की जरूरत और मार्केट में बिकवाली के दबाव के चलते भारी वोलैटिलिटी ने F&O सेगमेंट को झटका दिया। इसके अलावा साल के आखिरी दिनों में विदेशी निवेशक भी अपनी पोजिश हल्की कर रहे हैं तो इसने भी वॉल्यूम एक्टिविटी को झटका दिया।
डिस्काउंट ब्रोकिंग फर्म एसएएस ऑनलाइन की फाउंडर और सीईओ श्रे जैन के मुताबिक पहले के मुकाबले अब सिर्फ निफ्टी और सेंसेक्स की वीकली एक्सपायरी है तो ट्रेडर्स की स्ट्रैटेजीज में बदलाव हुआ है। ऐसे में वे बैंक निफ्टी और बैंकेक्स की बजाय निफ्टी और सेंसेक्स की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं।
निफ्टी बैंक की बात करें तो एवरेज डेली वैल्यू ट्रेडेड पिछले हफ्ते में 18,250 करोड़ रुपये से गिरकर 12,259 करोड़ रुपये पर आ गया जबकि बैंकेक्स को 1,927 करोड़ रुपये से फिसलकर 41 करोड़ रुपये पर आ गया। वहीं निफ्टी और सेंसेक्स की बात करें तो इनमें वीकली एक्सपायरी चालू है तो इनके एवरेज डेली ट्रेडेड वैल्यू बढ़े हैं जोकि निफ्टी के लिए 29,474 करोड़ रुपये से बढ़कर 41,301 करोड़ रुपये और सेंसेक्स के लिए 7,301 करोड़ रुपये से उछलकर 8,314 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं ओवरऑल ऑप्शंस वॉल्यूम की बात करें तो एनएसई पर यह 59,615 करोड़ रुपये से बढ़कर 62,511 करोड़ रुपये पर पहुंच गया लेकिन बीएसई पर वॉल्यूम 9,228 करोड़ रुपये से गिरकर 8,355 करोड़ रुपये पर आ गया।