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दिसंबर तिमाही में शानदार मुनाफा, फिर भी 10% गिरा शेयर, 2 ब्रोकरेज फर्मों ने घटा दिए टारगेट, जानें कारण

Indiamart Intermesh Share Price: इंडियामार्ट इंटरमेश के शेयरों का भाव बुधवार 22 जनवरी को शुरुआती कारोबार में 10 फीसदी तक लुढ़क गया। कंपनी के दिसंबर तिमाही के नतीजे मुनाफे और रेवेन्यू में उछाल के बावजूद ब्रोकरेज फर्मों और निवेशकों को खुश करने में नाकाम दिखे। कंपनी ने बताया कि मौजूदा वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 47.6 फीसदी बढ़कर 121 करोड़ रुपये रहा। वहीं इसका रेवेन्यू इस दौरान 16 फीसदी बढ़कर 354.3 करोड़ रुपये रहा

Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jan 22, 2025 पर 11:42 AM
दिसंबर तिमाही में शानदार मुनाफा, फिर भी 10% गिरा शेयर, 2 ब्रोकरेज फर्मों ने घटा दिए टारगेट, जानें कारण
Indiamart Intermesh Shares: इंडियामार्ट इंटरमेश के नतीजों के बाद 2 ब्रोकरेज फर्मों ने कई मोर्चों पर कंपनी के कमजोर प्रदर्शन पर चिंता जताई है

Indiamart Intermesh Share Price: इंडियामार्ट इंटरमेश के शेयरों का भाव बुधवार 22 जनवरी को शुरुआती कारोबार में 10 फीसदी तक लुढ़क गया। कंपनी के दिसंबर तिमाही के नतीजे मुनाफे और रेवेन्यू में उछाल के बावजूद ब्रोकरेज फर्मों और निवेशकों को खुश करने में नाकाम दिखे। कंपनी ने बताया कि मौजूदा वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 47.6 फीसदी बढ़कर 121 करोड़ रुपये रहा। वहीं इसका रेवेन्यू इस दौरान 16 फीसदी बढ़कर 354.3 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 305.3 करोड़ रुपये रहा था।

ऑपरेटिंग मोर्च पर भी कंपनी के प्रदर्शन में सुधार देखा गया। इंडियामार्ट ने बताया कि दिसंबर तिमाही में उसका EBITDA 61.4 फीसदी बढ़कर 138.3 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल इसी तिमाही में 85.7 करोड़ रुपये था।

इंडियामार्ट इंटरमेश के नतीजों के बाद 2 ब्रोकरेज फर्मों ने कई मोर्चों पर कंपनी के कमजोर प्रदर्शन को लेकर चिंता जताई है। नुवामा ने इसके शेयर को 'रेड्यूस' की रेटिंग दी है और इसका टारगेट प्राइस 2,500 रुपये से घटाकर 1,970 रुपये कर दिया। ब्रोकरेज ने कहा कि कोरोना काल के बाद पहली बार इसके सब्सक्राइबर्स की संख्या में गिरावट दर्ज की गई। साथ ही इसका स्टैंडअलोन कलेक्शन में सालाना आधार पर 8 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई, जो कि काफी कमजोर है।

ब्रोकरेज ने कहा कि मैनेजमेंट ने आगामी तिमाहियों में भी कलेक्शन ग्रोथ 10 फीसदी से कम रहने का अनुमान जताया है। साथ ही सब्सक्राइबर्स के रीटेंशन में सुधार नहीं दिख रहा है। ऐसे में मध्यम अवधि में इसकी ग्रोथ पर दबाव बने रहने की उम्मीद है। हालांकि सेल्स और मार्केटिंग पर कम लागत के चलते अस्थायी रूप से इसके मुनाफे में बढ़ोतरी हो रही है।

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