IndusInd Bank में अकाउंटिंग लैप्सेज के लिए जिम्मेदार 25 एंप्लॉयीज की पहचान हुई, CEO सहित कई एग्जिक्यूटिव्स शामिल

IndusInd Bank के सीईओ सुमंत कठपालिया ने 10 मार्च को बैंक के बैंक के डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट्स में अकाउंटिंग लैप्सेज की जानकारी दी थी। कठपालिया ने यह भी कहा था कि यह लैप्सेज बीते 7 सालों से जारी है। उसके बाद बैंक के शेयरों में बड़ी गिरावट आई थी

अपडेटेड May 06, 2025 पर 5:45 PM
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IndusInd Bank के शेयरों में 6 मई को गिरावट आई। कारोबार खत्म होने पर स्टॉक 1.52 फीसदी गिरकर 833.90 रुपये पर बंद हुआ।

इंडसइंड बैंक में डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट्स में हुई अकाउंटिंग लैप्सेज के लिए 25 एंप्लॉयीज को जिम्मेदार माना गया है। इनमें बैंक के एमडी और सीईओ सुमंत कठपालिया और डिप्टी सीईओ अरुण खुराना के नाम भी शामिल हैं। ग्रांट थॉर्नटन की फॉरेंसिक ऑडिट से यह पता चला है। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने यह जानकारी दी। इन 25 एंप्लॉयीज में ज्यादातर ट्रेजरी डिपार्टमेंट के स्टाफ हैं। इनमें ट्रेजरी हेड और कुछ सीनियर एग्जिक्यूटिव्स भी शामिल हैं।

कुछ एंप्लॉयीज ने मैनेजमेंट को लैप्सेज की जानकारी दी थी

Grant Thornton की रिपोर्ट में जिन लोगों को अकाउंटिंग लैप्सेज के लिए जिम्मेदार माना गया है, उनमें कई अलग-अलग डिपार्टमेंट के स्टाफ शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि ट्रेजरी डिपार्टमेंट के कुछ सीनियर एंप्लॉयीज ने बैंक के अकाउंटिंग प्रैक्टिसेज की जानकारी मैनेजमेंट को दी थी। सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा, "इस बात को साबित करने के लिए पर्याप्त कम्युनिकेशन ट्रेल है कि मैनेजमेंट को अकाउंटिंग में लैप्सेज से पड़ने वाले असर के बारे में जानकारी दी गई थी।"


लैप्सेज के लिए जिम्मेदार 50 फीसदी एंप्लॉयीज की नौकरी जा सकती है

अकाउंटिंग प्रैक्टिसेज में लैप्सेज की जानकारी मैनेजमेंट को देने वाले एंप्लॉयीज की नौकरी बची रह सकती है, जबकि दूसरे एंप्लॉयीज को इस्तीफा देना पड़ सकता है। मनीकंट्रोल को यह जानकारी नहीं मिल पाई कि ग्रांट थॉर्नटन की रिपोर्ट के बाद बैंक के कितने एंप्लॉयीज की नौकरी जा सकती है। लेकिन, एक बैंकर ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा कि जांच रिपोर्ट में शामिल 50 फीसदी एंप्लॉयीज की नौकरी जारी रह सकती है। हालांकि, जिन लोगों की नौकरी बची रहेगी, उन्हें अलग-अलग डिपार्टमेंट में ट्रांसफर किया जा सकता है।

लैप्सेज सामने आने के बाद शेयरों में आई थी बड़ी गिरावट

इस बारे में इंडसइंड बैंक और ग्रांट थॉर्नटन को भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं मिला। 10 मार्च को इंडसइंड बैंक के मैनेजमेंट ने कठपालिया की अगुवाई में इस बात का खुलासा किया था कि बैंक के डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट्स में अकाउंटिंग लैप्सेज पाया गया है। कठपालिया ने यह भी कहा था कि यह लैप्सेज बीते 7 सालों से जारी है। सूत्रों ने यह भी कहा था कि यह लैप्सेज जापान के ऐसे येन कॉन्ट्रैक्ट्स से जुड़े थे, जिनकी हेजिंग नहीं की गई थी। इसके बाद बैंक शेयरों में बड़ी गिरावट आई थी।

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छह महीने में 22 फीसदी गिर चुका है यह स्टॉक

IndusInd Bank के शेयरों में 6 मई को गिरावट आई। कारोबार खत्म होने पर स्टॉक 1.52 फीसदी गिरकर 833.90 रुपये पर बंद हुआ। बीते छह महीने में यह स्टॉक 22 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है। हालांकि, 10 अप्रैल के बाद आई गिरावट की काफी हद तक भरपाई हो गई है।

हमसिनी कार्तिक

Rakesh Ranjan

Rakesh Ranjan

First Published: May 06, 2025 5:35 PM

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