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इंडसइंड बैंक के CEO ने कहा, अगले 12-18 महीनों में 1% RoA हासिल करने का लक्ष्य, बाजार से पूंजी जुटाने की योजना नहीं

इंडसइंड बैंक के CEO ने कहा कि गवर्नेंस और एकाउंटिंग संबंधी खामियों के कारण बैंक के पूर्व CEO सुमंत कठपालिया और उनके डिप्टी अरुण खुराना को पद छोड़ना पड़ा, इसके चलते बैंक संकट में पड़ गया

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 04, 2025 पर 11:28 AM
इंडसइंड बैंक के CEO ने कहा, अगले 12-18 महीनों में 1% RoA हासिल करने का लक्ष्य, बाजार से पूंजी जुटाने की योजना नहीं
राजीव आनंद ने कहा कि इस समय बैंक को सेफ्टी या ग्रोथ के लिए पूंजी की जरूरत नहीं है। बैंक के पास कम से कम अगले कुछ सालों के लिए पर्याप्त पूंजी है

इंडसइंड बैंक को उम्मीद है कि अगले साल वह देश के बैंकिंग सेक्टर के अनुरूप ही विकास करेगा। इस वर्ष के शुरू में एकाउंटिंग संबंधी चूक के कारण बैंक ने अपने खातों को साफ-सुथरा बनाने और संगठनात्मक सुधार को पूरा करने का प्रयास किया है। आगे बैंक को इसका फायदा मिलेगा। ब्रिटेन स्थित हिंदुजा परिवार की सबसे बड़ी शेयरधारिता वाला यह बैंक संकट में पड़ गया था।

बैंक के CEO राजीव आनंद ने कहा है कि गवर्नेंस और एकाउंटिंग संबंधी खामियों के कारण बैंक के पूर्व CEO सुमंत कठपालिया और उनके डिप्टी अरुण खुराना को पद छोड़ना पड़ा, इसके चलते बैंक संकट में पड़ गया था। 31 मार्च को समाप्त तिमाही में बैंक के खातों में 23 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ और उसे अब तक का सबसे बड़ा घाटा उठाना पड़ा।

राजीव आनंद ने मुंबई में एक इंटरव्यू में रॉयटर्स से कहा कि वित्तीय वर्ष 2026-27 से बैंक मोटे तौर पर (विशेष रूप से डिपॉजिट के नजरिए से) बाजार के अनुरूप ग्रोथ करना शुरू करेगा। उन्होंने आगे कहा कि अगले साल बैंक अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने का प्रयास करेगा तथा अपने टर्नअराउंड के तीसरे साल में कुछ चुनिंदा सेक्टरों पर अपनी बढ़त स्थापित करेगा।

अगले 12-18 महीनों में 1% रिटर्न ऑन असेट हासिल करने का लक्ष्य

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