Infosys ADR Price: दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) के अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट (ADR) का भाव आज न्यूयॉर्क स्थित स्टॉक एक्सचेंज 'नैस्डैक' पर करीब 9.7 फीसदी गिरकर खुला है। यह गिरावट कंपनी की ओर से अपने रेवेन्यू अनुमानों में कटौती करने के बाद आई है। इंफोसिस ने गुरुवार को अपने जून तिमाही के नतीजों का ऐलान किया और साथ ही में वित्त वर्ष 2024 के रेवेन्यू अनुमान को 4-7 प्रतिशत से घटाकर 1-3.5 प्रतिशत कर दिया है। इंफोसिस ने यह कटौती ऐसे समय में की है, जब आईटी सेवाओं के लिए मांग कम हुई है। इंफोसिस के एडीआर गुरुवार को 16 डॉलर के भाव पर खुले, जबकि इसके पिछले दिन का इसका बंद भाव 17.71 डॉलर था।
Infosys के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर सलिल पारिख ने तिमाही नतीजों के बाद आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमें यह देखने को मिल रहा है कि क्लाइंट्स या तो अपने ट्रांसफॉर्मेशन प्रोग्राम या गौर-जरूरी खर्चों पर कमी कर रहे हैं। खासतौर से फाइनेंशियल सर्विसेज, मॉर्टगेज, हाई-टेक, टेलीकॉम और रिटेल सेगमेंट के क्लाइंट्स।
उन्होंने कहा कि नए डील पर हस्ताक्षर और शुरुआत की तारीखों में देरी हुई है। वहीं कई बड़े और मेगा डील से मिलने वाला रेवेन्यू इस वित्त वर्ष के आखिरी हिस्से में ही देखने को मिलेगा। पारेख ने कहा कि इन दोनों कारणों के चलते ही कंपनी ने अपने रेवेन्यू अनुमान को कम कर दिया है।
इससे पहले जून में मॉर्गन स्टैनली के साथ बातचीत में कंपनी ने अपने 4-7 फीसदी रेवेन्यू ग्रोथ के निचले स्तर को हासिल करने में भरोसा जताया था। हालांकि उसने यह कहा था कि जब तक कुछ बड़े साइज के डील तेजी से नहीं मिलते, तबतक लक्ष्य के ऊपरी स्तर को हासिल करना मुश्किल होगा।
इंफोसिस का जून तिमाही में मुनाफा 11 फीसदी बढ़कर 5,945 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 5,362 करोड़ रुपये था। हालांकि कंपनी का यह मुनाफा एक्सपर्ट्स के अनुमानों से कम रहा है। एक्सपर्ट्स को जून तिमाही में इंफोसिस का मुनाफा 6,193.5 करोड़ रुपये रहने का अनुमान था।
कंपनी का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू जून तिमाही में सालाना आधार पर 10 फीसदी बढ़कर 37,933 करोड़ रुपये रहा। वहीं इसका ऑपरेटिंग मार्जिन 20.8 फीसदी रहा, जो इसकी पिछली तिमाही में रहे 21 फीसदी से कम है।