Infosys Shares: तिमाही नतीजे पर 5% टूटे शेयर, मुनाफे के लिए अपनाएं यह स्ट्रैटेजी

Infosys Share Price: आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के शेयरों में आज बिकवाली का काफी दबाव दिखा। सितंबर तिमाही के नतीजे मार्केट की उम्मीदों के मुताबिक नहीं होने के चलते आज इंफोसिस के शेयर 5 फीसदी से अधिक टूट गए। सिर्फ यहीं नहीं, अमेरिका में न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) पर इसका अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट्स भी 4 फीसदी टूट गया

अपडेटेड Oct 18, 2024 पर 4:05 PM
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ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि इंफोसिस ने रेवेन्यू गाइडेंस में जो अपग्रेड किया है, वह डिस्क्रेशनरी स्पेंडिंग के ट्रैक पर आने का संकेत है।

Infosys Share Price: आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के शेयरों में आज बिकवाली का काफी दबाव दिखा। गुरुवार को इक्विटी मार्केट का कारोबार बंद होने के बाद कंपनी ने सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए थे और यह मार्केट की उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा। इस पर आज इंफोसिस के शेयर 5 फीसदी से अधिक टूट गए। आज BSE पर यह 4.60 फीसदी की गिरावट के साथ 1878.85 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 5.05 फीसदी टूटकर 1870.00 रुपये के भाव तक आ गया था। सिर्फ यहीं नहीं, अमेरिका में न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) पर इसका अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट्स भी 4 फीसदी टूट गया। हालांकि रिकवरी हुई और कारोबार के आखिरी में यह 1 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ।

Infosys के लिए कैसी रही सितंबर तिमाही?

इंफोसिस को सितंबर तिमाही में तिमाही आधार पर 2.2 फीसदी अधिक 6,506 करोड़ रुपये का कंसालिडेटेड नेट प्रॉफिट और 4.2 फीसदी अधिक 40,986 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ। हालांकि मनीकंट्रोल के ब्रोकरेज पोल में इसे 6,769 करोड़ रुपये के मुनाफे और 40,857 करोड़ रुपये के रेवेन्यू का अनुमान लगाया गया था। हालांकि आईटी कंपनी ने कॉन्स्टैंट करेंसी टर्म में इस वित्त वर्ष 2025 में रेवेन्यू गाइडेंस को 3-4 फीसदी से बढ़ाकर 3.75-4.50 फीसदी कर दिया है। इंफोसिस के रेवेन्यू गाइडेंस को सितंबर तिमाही में कारोबारी सुधार, बढ़ते वॉल्यूम और छोटे सौदों की ग्रोथ के चलते बढ़ाया गया है। हालांकि कंपनी ने ऑपरेटिंग मार्जिन के गाइडेंस में कोई बदलाव नहीं किया और यह 20-22 फीसदी पर बना हुआ है।


क्या है ब्रोकरेज फर्मों का रुझान?

ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि गाइडेंस में जो अपग्रेड हुआ है, वह डिस्क्रेशनरी स्पेंडिंग के ट्रैक पर आने का संकेत है। नुवामा और नोमुरा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज जैसे ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि इसके ट्रैक पर आने से इंफोसिस को काफी फायदा मिलेगा। हालांकि सितंबर तिमाही के अनुमान से कमजोर नतीजे के चलते ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनले ने नियर टर्म में इंफोसिस के शेयरों में करेक्शन का अनुमान लगाया है। हालांकि ब्रोकरजे ने निवेशकों को इसमें गिरावट पर खरीदारी की स्ट्रैटेजी अपनाने की सलाह दी है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि इसे 1780 रुपये के लेवल पर मजबूत सपोर्ट मिल रहा है।

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