Infosys Share Price: प्रॉफिट और रेवेन्यू में उछाल, फिर क्यों 4% टूटा इंफोसिस?

Infosys Share Price: नतीजे आने के अगले कारोबारी दिन आज दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) के शेयर भरभरा कर गिर गए। इंट्रा-डे में यह 4 फीसदी से अधिक टूट गया। कारोबार आगे बढ़ने पर इसमें थोड़ी रिकवरी तो हुई है लेकिन अब भी यह काफी कमजोर है। इसके शेयरों में यह गिरावट सितंबर तिमाही के अनुमान से बेहतर नतीजे के बावजूद है। जानिए इसकी वजह क्या है

अपडेटेड Oct 13, 2023 पर 4:18 PM
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Infosys ने वित्त वर्ष 2024 के लिए ग्रोथ अनुमान में कटौती की है जिसने आज शेयरों पर दबाव बनाया।

Infosys Share Price: नतीजे आने के अगले कारोबारी दिन आज दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) के शेयर भरभरा कर गिर गए। इंट्रा-डे में यह 4 फीसदी से अधिक टूट गया। कारोबार आगे बढ़ने पर इसमें थोड़ी रिकवरी तो हुई है लेकिन अब भी यह काफी कमजोर है। इसके शेयरों में यह गिरावट सितंबर तिमाही के अनुमान से बेहतर नतीजे के बावजूद है। सितंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 3 फीसदी और कंसालिडेटेड रेवेन्यू 7 फीसदी बढ़ गया। शेयरों की बात करें तो बीएसई पर यह 2.24 फीसदी की कमजोरी के साथ 1431.80 रुपये पर बंद हुआ है।

इंट्रा-डे में यह 4.26 फीसदी फिसलकर 1402.10 रुपये तक आ गया था। न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर इसकी लिस्टेड अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट्स (ADRs) भी 12 अक्टूबर को 6.5 फीसदी टूटकर 16.46 डॉलर पर बंद हुई।

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Infosys में गिरावट क्यों है?


इंफोसिस ने वित्त वर्ष 2024 के लिए ग्रोथ अनुमान में कटौती की है जिसने आज शेयरों पर दबाव बनाया। कंपनी ने इस वित्त वर्ष 2023-24 के रेवेन्यू ग्रोथ के अनुमान के ऊपरी लेवल को घटा दिया और उसके अनुमान के मुताबिक इस वित्त वर्ष में रेवेन्यू ग्रोथ 1 से 2.5 फीसदी रह सकती है। निवेशकों के लिए यह झटका इसलिए रहा क्योंकि इंफोसिस ने पिछली तिमाही में इसे 4-7 फीसदी से घटाकर 1-3.5 फीसदी किया था।

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ब्रोकरेज का क्या है रुझान

विदेशी ब्रोकरेज फर्म बर्न्स्टीन ने भी आसार जताया कि इंफोसिस ने रेवेन्यू गाइडेंस में जो कटौती की है, उसका शेयरों पर निगेटिव असर दिखेगा। हालांकि इस कटौती के अलावा बाकी चीजें फिर भी सही ही हैं। कंपनी ने सितंबर तिमाही में 770 करोड़ डॉलर की रिकॉर्ड डील हासिल की जोकि जून तिमाही के मुकाबले करीब 2.5 गुना अधिक रही। EBIT मार्जिन की बात करें तो कमजोर रुपये और सैलरी हाइक टालने से इसे सपोर्ट मिला और तिमाही आधार पर यह 0.40 फीसदी बढ़ गया। कंपनी ने मुनाफे की क्षमता बढ़ाने के लिए दूसरी तिमाही में सैलरी हाइक को टाल दिया था और अब इसे 1 नवंबर से लागू किया जाएगा।

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