दिग्गज आईटी कंपनियां देश भर के स्कूलों-कॉलेजों से हायरिंग करती हैं और कैंपस प्लेसमेंट में इनकी अहम भूमिका रहती है। हालांकि इस साल 2023 में कहानी बदल सकती है। इंफोसिस (Infosys) ने इस साल कैंपस प्लेसमेंट के लिए अभी तक कोई योजना नहीं तैयार की है और इसका खुलासा खुद कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) नीलंजन रॉय ने की। सितंबर 2023 के नतीजे जारी होने के बाद इंफोसिस के सीएफओ ने कहा कि इस साल कैंपस हायरिंग की कोई योजना फिलहाल नहीं है और अब हर तिमाही हायरिंग की योजना का मूल्यांकन किया जाएगा।
यह ऐसे समय में हो रहा जब कंपनी में एंप्लॉयीज की संख्या में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। ऐसे समय में जब एट्रीशन यानी कंपनी छोड़े जाने की दर सुस्त पड़ी है, एंप्लॉयीज की संख्या में कमी आ रही है, कंपनियां अब दूसरे ट्रैक पर चल रही हैं और वे एंप्लॉयीज का यूटिलाइजेशन बढ़ाने पर काम कर रही हैं।
Infosys में कितने एंप्लॉयीज हुए कम
इंफोसिस में एंप्लॉयीज की संख्या 7530 घट गई है और अभी जिन फ्रेशर्स को हायर किया गया है, वे ज्वॉइनिंग का इंतजार कर रहे हैं। नीलंजन के मुताबिक पिछले साल कंपनी ने करीब 50 हजार फ्रेशर्स की हायरिंग की थी। उनकी हायरिंग मांग के अनुमान के आधार पर की गई थी। हालांकि इस साल सुस्ती के चलते यूटिलाइजेशन 80 फीसदी के नीचे आ गया। उन्होंने उम्मीद जताई है कि यूटिलाइजेशन में सुधार की गुंजाइश है जोकि फिलहाल 81.8 फीसदी पर है। कंपनी के पास अभी फ्रेशर बेंच यानी नए एंप्लॉयीज हैं जिन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है।
HCL का कैंपस हायरिंग कार्यक्रम रहेगा जारी
इंफोसिस ने इस साल कैंपस हायरिंग के लिए फिलहाल कोई योजना नहीं बनाई है। वहीं दूसरी तरफ दिग्गज आईटी कंपनी एचसीएल ने इससे जुड़ा ऐलान कर दिया है कि यह कितने फ्रेशर्स को हायर करेगी। कंपनी की चीफ पीपुल ऑफिसर रामचंद्रन सुंदरराजन के मुताबिक पिछली दो तिमाहियों में 5200 फ्रेशर्स को हायर किया गया था और अब इस वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी छमाही में 5000 फ्रेशर्स को हायर किया जाएगा। इस प्रकार वित्त वर्ष 2024 में कंपनी करीब 10 हजार फ्रेशर्स को हायर करेगी। रामचंद्रन ने कहा कि कैंपस हायरिंग प्लान में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
अब अगर देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस की बात करें तो इसने यह खुलासा तो नहीं किया है कि यह कैंपस हायरिंग करेगी या नहीं लेकिन कंपनी के चीफ एचआर ऑफिसर मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि कंपनी अपने हायरिंग प्लान को फिर से तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रतिभाशाली फ्रेशर्स को आक्रामक तरीके से हायर करने की कंपनी की स्ट्रैटेजी कारगर रही है और इसका फायदा अब कंपनी को मिल रहा है। बता दें कि तीनों आईटी कंपनियों- इंफोसिस, एचसीएल और टीसीएस में तिमाही आधार पर एंप्लॉयीज की संख्या कम हुई है।