Infosys ADR: इंफोसिस के सितंबर तिमाही के नतीजों के बाद न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड इंफोसिस के ADR शेयरों का भाव करीब 7 पर्सेंट टूट गया। ऐसे में शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार खुलने पर भी इंफोसिस के शेयरों में दबाव देखने को मिल सकता है। इंफोसिस के सितंबर तिमाही के नतीजे बाजार के अनुमानों से बेहतर रहे हैं। हालांकि कंपनी ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए अपने रेवेन्यू ग्रोथ के लक्ष्य में कटौती की है, जिससे बाजार कुछ निराश दिखा। भारतीय समयानुसार रात 10 बजे के करीब इंफोसिस ADR के शेयर 6.81 फीसदी की गिरावट के साथ 16.41 डॉलर के भाव पर कारोबार कर रहे थे।
मेहता इक्विटीज के सीनियर वाइस-प्रेसिडेंड, प्रशांत ताप्से ने बताया, "कंपनी ने अपने रेवेन्यू गाइंडेस में कटौती की है, जो इसके शेयरों के लिए नेगेटिव पहलू के तौर पर काम कर रहा है।" उन्होंने कहा, "कुल मिलाकर नतीजे इतने बुरे नहीं हैं। कंपनी ने मार्जिन लक्ष्य को बरकरार रखा है, लेकिन रेवेन्यू ग्रोथ में बदलाव से कीमतों पर दबाव बना रहेगा। तकनीकी रुप से देखें तो गुरुवार को आखिरी मिनट में कंपनी के शेयरों में आई गिरावट बताते नतीजे, तेजड़ियों के मुताबिक नहीं थे। ऐसे में कल शुरुआती कारोबार में स्टॉक को नीचे आकर 1,400-1,420 रुपये के बीच खुलते हुए देखा जा सकता है।"
इंफोसिस के शेयर गुरुवार को नतीजों के ऐलान से पहले 2 फीसदी गिरकर 1464.55 रुपये के भाव पर बंद हुए थे।
इंफोसिस ने इस वित्त वर्ष के लिएअपने रेवेन्यू गाइडेंस में ऊपरी स्तर से कटौती किया है और इसे 1 से 2.5 फीसदी के बीच रहने का अनुमान जताया है। इससे पहले जून तिमाही के अंत में भी कंपनी ने अपने रेवेन्यू गाइडेंस में तेज कटौती करते हुए इसे 1 से 3.5 फीसदी कर दिया था। इससे पहले कंपनी का रेवेन्यू गाइडेंस 3 से 7 फीसदी का था।
कोटक सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च एनालिस्ट) सुमित पोखरना का कहना है कि इंफोसिस के तिमाही नतीजे अच्छे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कॉन्स्टैंट करेंसी के टर्म में कंपनी ने तिमाही आधार पर 2.3 फीसदी की रेवेन्यू ग्रोथ दर्ज की है और इसका EBIT मार्जिन भी 0.40 फीसदी बढ़ा, जो शानदार है।
पोखरना ने कहा, "कंपनी के शुद्ध मुनाफा का आंकड़ा भी अच्छा है और इसकी लार्ज डील की वैल्यू भी 7.7 अरब डॉलर पहुंच गई है। लेकिन रेवेन्यू गाइंडेस में एक बार फिर से ऊपरी स्तर पर कटौती ने थोड़ा मूड बिगाड़ा है। ऊपरी स्तर से इस कटौती का मतलब है कि कंपनी के रेवेन्यू में अगली 2 तिमाहियों में 1.9 फीसदी की कमी आ सकती है।