इजराइल में हो रही हिंसा लोगों को गोल्ड (Gold) और डॉलर (Dollar) जैसे सेफ-हैवन एसेट्स (निवेश के लिए सुरक्षित माने जाने वाले एसेट्स) की ओर रुख करने को प्रेरित कर सकती है। इसकी वजह है कि निवेशक, बाजारों के लिए जियो-पॉलिटिकल जोखिम का आकलन करने के लिए मिडिल ईस्ट की घटनाओं पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। फिलिस्तीनी इस्लामी समूह हमास ने शनिवार को इजराइल पर सैन्य हमला (Hamas attack on Israel) किया, जिसमें सैकड़ों इजराइली मारे गए हैं और हजारों घायल हैं। इस हमले को हमास का सबसे बड़ा सैन्य हमला बताया जा रहा है। जवाब में इजराइल ने भी गाजा पर हवाई हमले किए हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका की अगुवाई में पश्चिमी देशों ने हमले की निंदा की है और इजराइल को मदद देने का वादा किया है। वहीं हमास के हमले की ईरान और ईरान के लेबनानी सहयोगियों हिजबुल्लाह ने खुले तौर पर प्रशंसा की है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एनालिस्ट्स का कहना है कि बढ़ते जियोपॉलिटिकल रिस्क से सोने और डॉलर जैसे एसेट्स में खरीदारी देखी जा सकती है और संभावित रूप से अमेरिकी ट्रेजरी की मांग बढ़ सकती है।
अंतरराष्ट्रीय उथलपुथल के दौरान सेफ है गोल्ड
Spartan Capital Securities में चीफ मार्केट इकोनॉमिस्ट पीटर कार्डिलो का कहना है कि यह इस बात का एक अच्छा उदाहरण है कि लोगों को सोने में निवेश क्यों करना चाहिए। यह किसी भी अंतरराष्ट्रीय उथलपुथल में एक परफेक्ट बचाव है। उन्होंने यह भी कहा कि जब भी अंतरराष्ट्रीय उथल-पुथल होती है, डॉलर मजबूत होता है। रिपोर्ट में न्यूयॉर्क में ओंडा के सीनियर मार्केट एनालिस्ट एडवर्ड मोया के हवाले से कहा गया है कि ऐसा लगता है कि इजराइल द्वारा हमास के साथ युद्ध की घोषणा के बाद वॉल स्ट्रीट में एक नया जियोपॉलिटिकल जोखिम पैदा हो गया है। हालांकि वित्तीय बाजारों के लिए तत्काल प्रभाव, सेफ-हैवन फ्लोज तक सीमित लग रहा है।
ईरान के शामिल होने के भी आरोप
इजराइल पर हो रहे इन हमलों में ईरान के भी शामिल होने के आरोप लग रहे हैं। अगर वाकई में ऐसा निकला तो ईरान भी जवाबी कार्रवाई की चपेट में आ सकता है। इजराइल की स्थिति के बारे में एनेक्स वेल्थ मैनेजमेंट के मुख्य अर्थशास्त्री ब्रायन जैकबसेन ने कहा है कि यह एक बड़ा बाजार क्षण है या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि यह संघर्ष कितने समय तक चलता है और दूसरों को संघर्ष में शामिल किया जाता है या नहीं।