IT Stocks: भारतीय आईटी कंपनियों के शेयरों में आज 11 मार्च को जबरदस्त बिकवाली देखने को मिली। आज सुबह के कारोबार में इंफोसिस, विप्रो जैसी दिग्गज आईटी कंपनियों में तेज गिरावट आई और ये निफ्टी के टॉप लूजर्स में शामिल रहे । निफ्टी आईटी इंडेक्स (Nifty IT index) भी इस दौरान 1.5 फीसदी तक गिर गया और लगातर चौथे दिन लाल निशान में कारोबार कर रहा था। एमफैसिस (Mphasis), कोफोर्ज (Coforge), एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज (L&T Technology Services) और टेक महिंद्रा (Tech Mahindra) के शेयर भी 3% तक फिसल गए।
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों को लेकर बढ़ती अनिश्चितता ने आईटी कंपनियों को लेकर निवेशकों का सेंटीमेंट कमजोर कर दिया है। ग्लोबल बाजारों में नकारात्मक संकेतों के चलते अभी निकट भविष्य में अस्थिरता के जारी रहने की उम्मीद है। अमेरिकी व्यापार नीति को लेकर बढ़ती चिंताओं ने भारतीय बाजार पर अतिरिक्त दबाव डाला है। एक्सपर्ट्स को आशंका है कि अप्रैल से भारतीय एक्सपोर्ट्स पर रेसिप्रोकल टैक्स लगाए जाने के बाद कई सेक्टर्स प्रभावित हो सकते हैं।
अमेरिकी बाजार में भी हाहाकार
ट्रंप की टैरिफ नीतियों के चलते अमेरिकी इकोनॉमी में सुस्ती आने की आशंका बढ़ गई है। भारत के आईटी सेक्टर की अधिकतर कमाई अमेरिकी शेयर बाजारों से आती है, और वहां की इकोनॉमी में सुस्ती से इन कंपनियों की ग्रोथ संभावनाएं प्रभावित हो सकती हैं। इस कारण निवेशकों का सेंटीमेंट कमजोर हुआ है, जिससे शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा, "ट्रंप के टैरिफ से पैदा हुई अनिश्चितता अब चरम पर है और इसका असर शेयर बाजारों पर पड़ रहा है। इस कारण ट्रेडिंग वॉल्यूम में भी भारी गिरावट देखने को मिल रही है।"
डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।