ITC के जून तिमाही के नतीजे अच्छे रहे। हालांकि, ये मार्केट्स के अनुमान के मुताबिक रहे। कंपनी के बोर्ड ने होटल बिजनेस को अलग करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। होटल कंपनी की लिस्टिंग अगले 15 महीनों में हो जाने की उम्मीद है। इस तरह इसकी लिस्टिंग अगले साल के अंत तक हो जाने की संभावना है। आईटीसी के मौजूदा शेयरधारकों को कंपनी के 10 स्टॉक्स के एवज में होटल कंपनी का एक शेयर मिलेगा। मौजूदा शेयरधारकों की होटल बिजनेस में सीधे 60 फीसदी हिस्सेदारी होगी। बाकी 40 फीसदी हिस्सेदारी ITC के जरिए होगी। आईटीसी का ग्रॉस रेवेन्यू जून तिमाही में 11 फीसदी बढ़ा है। साल दर साल आधार पर एग्री-बिजनेस की ग्रोथ 31 फीसदी रही है। इसमें गेहूं का एक्सपोर्ट शामिल नहीं है।
सिगरेट बिजनेस की वॉल्यूम ग्रोथ 10 फीसदी
आईटीसी के सिगरेट बिजनेस की वॉल्यूम ग्रोथ साल दर साल आधार पर करीब 10 फीसदी रही। कंपनी के कंसॉलिडेटेट रेवेन्यू में इस बिजनेस की हिस्सेदारी 37 फीसदी है। इस बिजनेस की बाजार हिस्सेदारी बढ़ी है। आईटीसी के एफएमसीजी बिजनेस का प्रदर्शन शानदार रहा है। पहली बार इसका रेवेन्यू 5,000 करोड़ के पार पहुंच गया। इसमें स्टेपल्स, बिस्कुट, नूडल्स, बेवरेजेज, डेयरी, अगरबत्ती और प्रीमियम सोप (Soaps) का बड़ा हाथ रहा। एजुकेशन और स्टेशनरी बिजनेस में भी अच्छी ग्रोथ दिखी है।
FMCG सेगमेंट की रेवेन्यू ग्रोथ 16 फीसदी
FMCG सेगमेंट की रेवेन्यू ग्रोथ 16 फीसदी रही। सेगमेंटल EBITDA मार्जिन 325 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ा है। जनरल ट्रेड और इमर्जिंग चैनल्स (मॉडर्न ट्रेड, ई-कॉमर्स और क्विक कॉमर्स) दोनों में अच्छी मजबूती दिखी है। कंपनी की मौजूदगी ग्रामीण इलाकों के बाजार में बढ़ी है। कंपनी के कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू में एग्री सेगमेंट की हिस्सेदारी 25 फीसदी पहुंच गई है। EBIT में इसकी हिस्सेदारी 5 फीसदी है। गेहूं निर्यात पर रोक की वजह से एग्री सेगमेंट के रेवेन्यू में साल दर साल आधार पर गिरावट देखने को मिली। अगर गेहूं निर्यात को हटा दिया जाए तो इस सेगमेंट की रेवेन्यू ग्रोथ साल दर साल आधार पर 31 फीसदी रही। ग्रोथ और मार्जिन में लीफ-टुबैको और वैल्यू-एडेड-एग्री प्रोडक्ट्स की अच्छी हिस्सेदारी रही।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
ITC सिगरेट बिजनेस में वॉल्यूम बढ़ाने में सफल रही है। हमें इस बिजनेस की वॉल्यूम ग्रोथ आगे 9 फीसदी तक रहने की उम्मीद है। कंपनी ने सिगरेट की कीमतें बढ़ाई हैं। इससे वह कॉस्ट इनफ्लेशन का बोझ ग्राहकों पर डालने में सफल रही है। मार्केट को कंपनी के होटल बिजनेस के अलग होने का इंतजार है। इससे कंपनी का फोकस एफएमसीजी बिजनेस पर बढ़ेगा। एफएमसीजी बिजनेस की ग्रोथ कम रही है, लेकिन इसमें निरंतरता देखने को मिली है। कंपनी लगातार डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क और अपनी पहुंच बढ़ाने की कोशिश कर रही है।
पिछले 1-1.5 साल में आईटीसी के शेयरों में जोरदार तेजी आई है। इसकी कीमत करीब दोगुनी हो गई है। इस तरह इसका प्रदर्शन निफ्टी के मुकाबले बहुत अच्छा रहा है। FMCG इंडेक्स को भी इसने अपने शानदार प्रदर्शन से बहुत पीछे छोड़ दिया है। हमें ITC के स्टॉक में इस लेवल पर कंसॉलिडेशन की उम्मीद है। करेंट लेवल पर हमारा राय न्यूट्रल है। निवेशक सामान्य रिटर्न की उम्मीद के साथ करेंट लेवल पर इस स्टॉक में निवेश कर सकते हैं या निवेश बढ़ा सकते हैं।
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