ixigo Share Price: ट्रैवल टेक प्लेटफॉर्म इक्सिगो की पैरेंट कंपनी ले ट्रैवेन्यूज टेक्नोलॉजी (Le Travenues Technology) के शेयरों में आज 2% से अधिक तेजी दिखी। यह तेजी डच टेक निवेशक प्रोसुस (Prosus) के निवेश पर आई है। प्रोसुस ने ₹1295 करोड़ के निवेश से इक्सिगो में 10.1% हिस्सेदारी हासिल की है। कंपनी ने आज एक्सचेंज फाइलिंग में इसका खुलासा किया तो शेयर उछल पड़े। इस तेजी का कुछ निवेशकों ने फायदा उठाया जिससे भाव थोडे़ नरम पड़े लेकिन अब भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। आज बीएसई पर यह 1.90% की बढ़त के साथ ₹318.75 पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 2.84% उछलकर ₹321.70 पर पहुंच गया था।
Prosus से ixigo को मिले पैसे कैसे होंगे खर्च?
प्रोसुस ने ₹1295 करोड़ के निवेश से इक्सिगो में 10.1% हिस्सेदारी हासिल की है। बोर्ड ने प्रोसुस एनवी की पूर्ण मालिकाना हक वाली सब्सिडरी एमआईएच इंवेस्टमेंट्स वन बीवी को ₹12,827 करोड़ के वैल्यूएशन पर इक्विटी शेयरों के प्रिफरेंशियल अलॉटमेंट की मंजूरी दी है। कंपनी ने 7 अक्टूबर को एक्सेंजों को जानकारी दी थी कि इसके 16% तक हिस्सेदारी का लेन-देन हो सकता है। प्रोसेस से इक्सिगो को जो फंड मिला है, उसका इस्तेमाल कंपनी एआई में निवेश के लिए करेगी और अपने होटल बिजनेस को बढ़ाएगी। जुटाए गए पैसों में से 25% यानी ₹323.89 करोड़ को नए एआई प्लेटफॉर्म, प्रोडक्ट्स और आरएंडडी एक्सपेंडिचर जैसी सर्विसेज पर खर्च करने का प्रस्ताव है।
इसके अलावा इन पैसों का इस्तेमाल होटल बिजनेस में सप्लाई बढ़ाने पर होगा। कंपनी के मैनेजमेंट का कहना है कि पहली बार ऑनलाइन होटल बुक करने वालों को लेकर अभी विस्तार की काफी संभावनाएं हैं जिस पर कंपनी की नजर है। इसके अलावा कंपनी प्रोसेस के निवेश का इस्तेमाल मार्केटिंग पर भी करेगी। ये पैसे 31 दिसंबर, 2028 तक खर्च किए जाएंगे। इसमें से ₹323.89 करोड़ तक का इस्तेमाल अधिग्रहण समेत ग्रोथ की अन्य इनऑर्गेनिक गतिविधियों में होगा। ₹323.89 करोड़ कंपनी के वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी ₹323.89 करोड़ आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
प्रोसुस दुनिया भर के हाई ग्रोथ वाले बाजारों की तकनीकी कंपनियों में लॉन्ग-टर्म निवेश करती है। इसका फोकस भारत, दक्षिण अमेरिका और यूरोप पर है। इसके पोर्टफोलियो में ई-कॉमर्स, फूड डिलीवरी, ट्रैवल, पेमेंट्स और फिनटेक इत्यादि सेक्टर्स हैं। अब तक इसने $860 करोड़ से अधिक पूंजी भारत में लगाई हुई है। इसन फ्लिपकार्ट और गोइबिबो में भी पैसे लगाए थे। अभी भारत में यह पेयू (PayU) चला रही है और इसके निवेश पोर्टफोलियो में स्विगी, मीशो, अर्बन कंपनी और रैपिडो हैं। इसके वैश्विक पोर्टफोलियो में टेनसेंट, ओएलएक्स, आईफूड, डेस्पेगर और डिलीवरीहीरो हैं। अब एआई के इस दौर में यह इससे जुड़ी कंपनियों में काफी पैसे लगा रही है। इक्सिगो का कहना है कि लॉन्ग-टर्म इंवेस्टर के रूप में प्रोसुस का नाम काफी जाना-माना है जिनका फोकस एआई पर है।
इक्सिगो के मैनेजमेंट का कहना है कि कंपनी को शुरुआती वर्षों में सीमित पूंजी और कई संकटों का सामना करना पड़ा। इससे कंपनी को कम रिसोर्सेज में अधिक काम करने की क्षमता और फ्लेक्सिबिलिटी मिली। अब कंपनी का कहना है कि यह एक अहम मोड़ पर है और इस समय उभरती हुई एजेंटिक एआई की क्षमताओं में गहराई से निवेश और होटल कारोबार में अपनी पकड़ मजबूत करने की जरूरत है। कंपनी का कहना है कि इस समय नए एआई प्लेटफॉर्म्स, प्रोडक्ट्स और सर्विसेज में निवेश से ग्रोथ की स्पीड तेज करने की जरूरत है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।