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जापान का Nikkei 225 पहली बार 40000 के पार, अब आगे ये है रुझान

Japan's Nikkei @Record High: जापान के स्टॉक मार्केट में कितनी तेजी से पैसे निवेश हो रहा है, इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि पहली बार Nikkei 225 ने 40 हजार का अहम मनोवैज्ञानिक लेवल पार किया है। ब्लू-चिप स्टॉक्स की तेजी को मापने वाला यह इंडेक्स सोमवार को 1 फीसदी से अधिक उछलकर 40300 के पार चले गए। टेक शेयरों की तेजी के दम पर इस इंडेक्स ने नई ऊंचाई छुई है

अपडेटेड Mar 04, 2024 पर 9:45 AM
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Japan's Nikkei @Record High: एक्सपर्ट्स का मानना है कि निक्केई के लिए 40 हजार का लेवल मनोवैज्ञानिक रुप से काफी अहम है और यहां कुछ रेजिस्टेंस देखने को मिल सकता है और वोलैटिलिटी रह सकती है।

Japan's Nikkei @Record High: जापान के स्टॉक मार्केट में कितनी तेजी से पैसे निवेश हो रहा है, इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि पहली बार Nikkei 225 ने 40 हजार का अहम मनोवैज्ञानिक लेवल पार किया है। ब्लू-चिप स्टॉक्स की तेजी को मापने वाला यह इंडेक्स सोमवार को 1 फीसदी से अधिक उछलकर 40300 के पार चले गए। टेक शेयरों की तेजी के दम पर इस इंडेक्स ने नई ऊंचाई छुई है। ब्रोडर लेवल पर बात करें तो Topix इंडेक्स में भी शानदार तेजी आई लेकिन अभी भी यह रिकॉर्ड हाई से करीब 6 फीसदी डाउनसाइड है। टॉपिक्स ने एसेट-प्राइस बबल बर्स्ट यानी करीब तीस साल से अधिक समय पहले से पहले रिकॉर्ड हाई छुआ था।

Nikkei और Topix को किस बात से मिला सपोर्ट

निक्केई और टॉपिक्स को अमेरिकी कंजम्प्शन डेटा से सपोर्ट मिला है जिससे यह उम्मीद बंधी है कि फेडरल रिजर्व जून तक ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। इसने वैश्विक सेंटिमेंट को लेकर माहौल पॉजिटिव किया है। शेयरहोल्डर्स के सुधरते रिटर्न, कमजोर येन और कॉरपोरेट प्रॉफिट में उछाल के दम पर निक्केई ने पिछले महीने वर्ष 1989 के हाई लेवल को फिर से छुआ था। वॉरेन बफेट ने पिछले महीने जापान के ट्रेडिंग हाउसेज की काफी तारीफ की थी जिसने यहां के मार्केट को लेकर माहौल पॉजिटिव किया। इसके अलावा चीन में सुस्ती की आशंका ने भी कई फंड जापान में शिफ्ट हुए। फाइनेंशियल सेक्टर को छोड़ निक्केई की करीब एक तिहाई कंपनियों के पास कर्ज से ज्यादा कैश है। यह एसएंडपी 500 के आंकड़ों की तुलना में करीब दोगुना है।


अब आगे ये है रुझान

सिंगापुर के सैक्सो कैपिटल मार्केट्स के स्ट्रैटेजिस्ट चारु चनाना का कहना है कि निक्केई के लिए 40 हजार का लेवल मनोवैज्ञानिक रुप से काफी अहम है और यहां कुछ रेजिस्टेंस देखने को मिल सकता है और वोलैटिलिटी रह सकती है। हालांकि स्ट्रक्चरल फैक्टर्स पॉजिटिव बने रहेंगे और येन (जापान की मुद्रा) कमजोर बनी रहेगी। इससे जापानी शेयरों के ओवरबॉट जोन में जाने से जुड़ी चिंता की बजाय अधिक बुलिश के सिग्नल मिल रहे हैं। दुनिया के सबसे बड़े एसेट मैनेजर ब्लैकरॉक और यूरोप के सबसे बड़े मनी मैनेजर अमुंडी एसेट मैनेजमेंट को उम्मीद है कि कमाई में उछाल और कॉरपोरेट गवर्नेंस में बदलाव से मजबूती बनी रहेगी।

हालांकि स्टॉक मार्केट को लेकर कुछ चिंताए भी बनी हुई हैं। सुमिटोमो मितसुई ट्रस्ट बैंक के मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट अयाको सेरा का कहना है कि निक्केई 225 के लिए 40 हजार का लेवल इकनॉमी और कंपनियों की परफॉरमेंस को देखते हुए काफी पहले आ गया है। ऐसे में उनका मानना है कि यह अपनी कुछ तेजी गंवा सकता है। वहीं दूसरी तरफ SMBC ट्रस्ट एंड बैंकिंग के सीनियर मार्केट एनालिस्ट मासाहिरो यामागुची का कहना है कि जापान और अमेरिका में हेल्दी इकनॉमिक और कॉरपोरेट बैकड्रॉप को देखते हुए मार्केट की तेजी मनमानी नहीं है।

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