Defence stocks : जेफरीज इंडिया (Jefferies India) ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स (HAL) और डेटा पैटर्न पर 'buy' टैग के साथ कवरेज शुरू की है। इसके साथ ही उसने भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL) पर सकारात्मक रुख बनाए रखा है। जेफरीज ने HAL के लिए 3,900 रुपये (मौजूदा बाजार भाव से 18 फीसदी ज्यादा), डेटा पैटर्न के लिए 3,545 रुपये (मौजूदा बाजार भाव से 45 फीसदी ज्यादा) और बीईएल के लिए 260 रुपये (मौजूदा बाजार भाव से 29 फीसदी ज्यादा) का टारगेट प्राइस दिया है।
जेफरीज की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि डेटा पैटर्न डिफेंस और एयरोस्पेस इलेक्ट्रॉनिक्स की एक टॉप कंपनी है। इसे स्वदेशीकरण और बढ़ते निर्यात का फायदा मिलेगा। वित्त वर्ष 2024 से वित्त वर्ष 2030 तक कंपनी के रेवेन्यू में 5 गुना की बढ़त देखने को मिल सकती है। HAL के रेवेन्यू में सबसे बड़ा योगदान सर्विस सेक्टर से आता है। लेकिन डोमेस्टिक एयरक्रॉफ्ट मैन्यूफैक्चरिंग पर सरकार के बढ़ते फोकस के कंपनी को प्रोडक्ट बिजनेस में भी ग्रोथ आना तय है। नौसेना और सेना से होने वाली अधिकांश कमाई के साथ BEL डोमेस्टिक डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स पर हावी है। जेफरीज की रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी की ऋण-मुक्त स्थिति और मजबूत वर्किंग कैपिटल डिफेंस सेस्टर में कंपनी की स्थिति को मजबूत करता है।
डिफेंस सेक्टर में होने वाले पूंजीगत खर्च में बढ़ोतरी की उम्मीद
भारत ग्लोबल रक्षा खर्च करने वाले शीर्ष तीन देशों में से एक है, लेकिन अमेरिका और चीन से काफी पीछे है। इसके विशाल समुद्र तट और भूमि क्षेत्र के बावजूद, रक्षा खर्च तुलनात्मक रूप से कम है। भारत रक्षा उपकरणों का दूसरा सबसे बड़ा आयातक है। हाल में देश में ही डिफेंस प्रोडक्ट बनाने पर सरकार का फोकस बढ़ा है। जिससे इस सेक्टर में होने वाले पूंजीगत खर्च में बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस सेक्टर में होने वाले पूंजीगत खर्च में सालाना 7-8 फीसदी की बढ़ोतरी जारी रहने की उम्मीद है।
निर्यात में बढ़त से डिफेंस शेयरों को होगा फायदा
स्वदेशीकरण प्रयासों से घरेलू रक्षा खर्च में बढ़त होगी, वित्त वर्ष 2030 तक निर्यात 7 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। जेफ़रीज़ की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत से इटली, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब को होने वाला निर्यात बढ़ सकता है। मध्य पूर्व विशेष रूप से कतर और सऊदी अरब में भी एक्सपोर्ट के अच्छे अवसर हैं।
घरेलू रक्षा खर्च में बढ़त का मिलेगा फायदा
इस रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ग्लोबल जियोपोलिटिकल तनाव और आत्मनिर्भरता पर भारत का बढ़ता फोकस घरेलू रक्षा कंपनियों के ऑर्डर बुक और कमाई में बढ़ोतरी कर रहा है। निर्यात को बढ़ावा देने के लिए देश-दर-देश संबंध बनाने पर सरकार का फोकस सोने पर सुहागा है। वित्त वर्ष 2024 से 2030 के बीच घरेलू रक्षा खर्च में 2 गुना बढ़त की संभावना के साथ आगे डिफेंस शेयरों में बढ़त कायम रहने की उम्मीद है।
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