Jeyyam Global Foods IPO Listing: चना और बेसन की थोक बिक्री करने वाली जेय्यनय ग्लोबल फूड्स के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 119 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 61 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 61 रुपये पर एंट्री हुई यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला। इसके बाद आईपीओ निवेशकों को और झटका लगा जब शेयर टूट गए। टूटकर यह 57.95 रुपये (Jeyyam Global Foods Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया। हालांकि फिर रिकवरी हुई और यह 64.05 रुपये के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 5 फीसदी मुनाफे में हैं।
Jeyyam Global Foods IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
जेय्यम ग्लोबल फूड्स का ₹81.94 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 2-4 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 119.41 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 54.62 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 321.82 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 70.43 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 73.74 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 5 रुपये की फेस वैल्यू वाले 13,43,200 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कैपिटल एक्सपेंडिचर, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Jeyyam Global Foods के बारे में
वर्ष 2008 में बनी जेय्यम ग्लोबल फूड्स (पूर्व नाम किचोनी ऑनलाइन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेज) बंगाली चना की प्रोसेसिंग करती है। यह भुने चने और बेसन तैयार करती है। इसके प्रोडक्ट्स की बिक्री डिस्ट्रीब्यूटर्स, बड़े रिटेलस्, होटल, रेस्टोरेंट्स, कैटरर्स, ब्रांडेड सुपरमार्केट और थोक दुकानदारों को होती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 4.37 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 7.87 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 15.09 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 57 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 629.83 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि इस दौरान कंपनी का कर्ज भी 33.19 करोड़ रुपये से बढ़कर 96.20 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।