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Nifty के लिए 23500 का लेवल अहम, शॉर्ट टर्म में इन तीन शेयरों से बनेगा पैसा!

Technical View: एक्सपर्ट्स के मुताबिक आने वाले हफ्ते में 23500 से ऊपर टिके न रह पाने से बाजार में अनिश्चितता बढ़ सकती है। डेली RSI (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स) ओवरसोल्ड जोन में प्रवेश कर चुका है, लेकिन इंट्राडे RSI पॉजिटिव डायवर्जेंस दिखाता है। ऊपर की ओर, 23700 से ऊपर की चाल शॉर्ट-कवरिंग को ट्रिगर कर सकती है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 17, 2024 पर 6:43 PM
Nifty के लिए 23500 का लेवल अहम, शॉर्ट टर्म में इन तीन शेयरों से बनेगा पैसा!
14 नवंबर को समाप्त लगातार सातवें हफ्ते भी घरेलू बाजार में बिकवाली का दबाव देखने को मिला।

Stock market: 14 नवंबर को समाप्त लगातार सातवें हफ्ते भी घरेलू बाजार में बिकवाली का दबाव देखने को मिला। इस दौरान बेंचमार्क निफ्टी इंडेक्स ने 23800 के अहम सपोर्ट लेवल को तोड़ दिया, जिससे इसकी गिरावट 23500 तक पहुंच गई। इस हफ्ते निफ्टी इंडेक्स में 2.55 फीसदी, जबकि सेंसेक्स में 1906.01 अंक या 2.39 फीसदी की गिरावट आई है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की ओर से लगातार बिकवाली और डॉलर इंडेक्स में मजबूती के बीच शेयर बाजार में कमजोरी दिख रही है। भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले 84.50 के करीब अपने ऑल टाइम लो पर पहुंच गया।

Nifty और Bank Nifty के लिए ये लेवल हैं अहम

आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स में सीनियर मैनेजर - इक्विटी रिसर्च जिगर एस पटेल के मुताबिक आने वाले हफ्ते में 23500 से ऊपर टिके न रह पाने से बाजार में अनिश्चितता बढ़ सकती है। डेली RSI (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स) ओवरसोल्ड जोन में प्रवेश कर चुका है, लेकिन इंट्राडे RSI पॉजिटिव डायवर्जेंस दिखाता है। ऊपर की ओर, 23700 से ऊपर की चाल शॉर्ट-कवरिंग को ट्रिगर कर सकती है, जिससे संभावित राहत रैली मिल सकती है। हालांकि, 23500 से नीचे एक निर्णायक ब्रेकडाउन इंडेक्स को 23300-23000 जोन की ओर आगे बढ़ा सकता है।

निफ्टी बैंक इंडेक्स को भी भारी बिकवाली का सामना करना पड़ा, जो सप्ताह के दौरान 2.6 फीसदी से अधिक गिरा और वीकली एक्सपायरी के दौरान 50000 के स्तर से नीचे फिसल गया। प्राइस एक्शन के नजरिए से इंडेक्स संभावित ब्रेकडाउन के संकेत दिखाता है, 49900 से नीचे लगाटार ट्रेडिंग बैंकिंग स्टॉक्स और ब्रॉडर इंडेक्स के लिए चिंता बढ़ाता है। इमिडिएट रेजिस्टेंस 50,600 पर है, और इस स्तर से ऊपर की चाल कुछ कंसोलिडेशन या शॉर्ट टर्म पुलबैक को प्रेरित कर सकती है। आने वाले सत्र यह तय करने में अहम होंगे कि इंडेक्स स्थिर होता है या अपने डाउनट्रेंड को और आगे बढ़ाता है।

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