Why Metal Stocks Fall: ट्रंप की टैरिफ धमकी, मेटल शेयर धड़ाम, नहीं संभल पाए टाटा स्टील और हिंडालको जैसे दिग्गज भी
Why Metal Stocks Fall: Tata Steel, JSW Steel और Hindalco जैसे दिग्गज मेटल स्टॉक्स भी आज ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी के चलते दबाव में आ गए। स्टील और एल्युमिनियम के आयात पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 25 फीसदी टैरिफ लगा सकते हैं, इसे लेकर मेटल कंपनियों के शेयरों में आज बिकवाली का दबाव बढ़ गया। जानिए कि टैरिफ बढ़ने से क्या होगा?
एल्यूमिनियम और स्टील पर टैरिफ से वैश्विक मेटल कंपनियों के लिए अहम चुनौतियां पैदा हो जाएंगी क्योंकि इससे अमेरिका में निर्यात की लागत बढ़ जाती है और विदेशी मेटल कम प्रतिस्पर्धी हो जाती हैं और मांग पर असर पड़ता है। (File Photo- Pexels)
Why Metal Stocks Fall: स्टील और एल्युमिनियम के आयात पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 25 फीसदी टैरिफ लगा सकते हैं, इसे लेकर मेटल कंपनियों के शेयरों में आज बिकवाली का दबाव बढ़ गया। रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने ऐलान किया कि सभी देशों से मेटल्स के आयात पर टैरिफ लगाया जाएगा। हालांकि उन्होंने यह नहीं खुलासा किया कि यह ड्यूटी कब से लगेगी। ड्यूटी कब से लगेगी, इसके बारे में अभी कुछ तय नहीं है लेकिन मार्केट में घबराहट बढ़ गई और मेटल शेयर धड़ाम से गिर गए। इसका निफ्टी इंडेक्स Nifty Metal भी करीब तीन फीसदी टूट गया।
Tata Steel, JSW Steel और Hindalco जैसे दिग्गज भी दबाव में
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने मेटल्स के आयात पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया लेकिन अभी इसके बारे में अधिक जानकारी सामने नहीं आई है। इसके बावजूद वैश्विक मार्केट में सप्लाई और डिमांड के बीच का तालमेल बिगड़ने की आशंका पर घरेलू मार्केट में शेयरों पर दबाव पड़ा। टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील और हिंडालको इंडस्ट्रीज जैसे दिग्गज भी करीब 3 फीसदी फिसल गए। सेल, वेदांता, एनएमडीसी, नालको और जिंदल स्टील 3-4 फीसदी फिसल गए। निफ्टी मेटल इंडेक्स करीब 3 फीसदी टूट गया।
एल्यूमिनियम और स्टील पर टैरिफ से वैश्विक मेटल कंपनियों के लिए अहम चुनौतियां पैदा हो जाएंगी क्योंकि इससे अमेरिका में निर्यात की लागत बढ़ जाती है और विदेशी मेटल कम प्रतिस्पर्धी हो जाती हैं और मांग पर असर पड़ता है। इसके अलावा निर्यात महंगा होने से निर्यात करने वाली मेटल कंपनियों के मार्जिन को भी झटका लग सकता है। अमेरिकी मार्केट में पहुंच सीमित होती है तो अमेरिका से बाहर की मेटल कंपनियों को अधिक सप्लाई से जूझना पड़ेगा जिससे कीमतें कम करनी पड़ जाएंगी और इससे मुनाफे को झटका लगेगा। इन सबको मिलाकर बात करें तो मेटल सेक्टर के रेवेन्यू और अर्निंग्स के झटके को देखते हुए निवेशक धड़ाधड़ शेयर बेच रहे हैं।