जुनिपर होटल्स का शेयर बीते एक साल में 20 फीसदी से ज्यादा गिरा है। इससे शेयर की कीमत अट्रैक्टिव लेवल पर आ गई है। जुनिपर की पहचान एक लग्जरी होटल कंपनी के रूप में है। इसका अपना एसेट बिजनेस मॉडल कई दूसरी होटल कंपनियों से अलग है। होटल इंडस्ट्री की ग्रोथ आगे अच्छी रहने की संभावना है, जिसका फायदा जुनिपर होटल्स को मिलेगा। लग्जरी सेगमेंट में रूम की सप्लाई कम है, इसका फायदा भी कंपनी को मिलेगा।
4-5 साल में इनवेंट्री दोगुना करने का प्लान
Juniper Hotels (JHL) अपने रूम की संख्या बढ़ा रही है। अगले 4-5 साल में इसका अपनी इनवेंट्री को दोगुना करने का प्लान है। FY2026 में कंपनी के मार्जिन में इम्प्रूवमेंट है, जिससे इस फाइनेंशियल ईयर में अर्निंग्स ग्रोथ अच्छी रह सकती है। खास बात यह है कि जेएचएल के शेयर में इसके आईपीओ के इश्यू प्राइस से कम पर ट्रेडिंग हो रही है। इसका मतलब है कि इसकी वैल्यूअशन अट्रैक्टिव है। Howarth HTL की रिपोर्ट के मुताबिक, होटल इंडस्ट्री में डिमांड स्ट्रॉन्ग बने रहने की उम्मीद है। यह FY24-28 के दौरान 10.4 फीसदी रह सकती है।
रूम की सप्लाई डिमांड के मुकाबले कम
इकोनॉमी की अच्छी ग्रोथ के चलते परिवारों की इनकम बढ़ रही है। अबादी में युवाओं की हिस्सेदारी ज्यादा है। लोग ट्रैवल पर खर्च बढ़ा रहे हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर हो रहा है। कनेक्टिविटी बढ़ रही है। इसका पॉजिटिव असर होटल इंडस्ट्री पर पड़ रहा है। होटल इंडस्ट्री में रूम की सप्लाई बढ़ रही है। लेकिन डिमांड के मुकाबले सप्लाई की ग्रोथ सुस्त है। होवार्थ एचटीएल की रिपोर्ट के मुताबिक, FY24-28 के दौरान होटल इंडस्ट्री में सप्लाई 8.5 फीसदी के रेट से बढ़ने की उम्मीद है। यह डिमांड की ग्रोथ के मुकाबले कम है।
लग्जरी सेगमेंट में सप्लाई बढ़ने की रफ्तार सुस्त
जुनिपर लग्जरी सेगमेंट में है, जिसमें डिमांड के मुकाबले सप्लाई काफी सुस्त रफ्तार से बढ़ रही है। इसका बड़ा फायदा कंपनी को मिलेगा। कंपनी ने 2030 तक रूम इनवेंट्री दोगुना करने का प्लान बनाया है। कंपनी एक्विजिशन रूट से रूम की संख्या में 737 का इजाफा कर सकती है। जेएचएल के प्रमोटर्स में से एक सराफ ग्रुप ने दो प्रॉपर्टीज (एक मुंबई में और एक चेन्नई में) जेएचएल को ट्रांसफर करने का प्लान बनाया है। जेएचएल के पास इन प्रॉपर्टीज के लिए राइट ऑफ फर्स्ट ऑफर (ROFO) है। आरओएफओ एसेट्स शेयर स्वैप एग्रीमेंट के जरिए ट्रांसफर होंगे।
क्या आपको इनवेस्ट करना चाहिए?
जेएचएल ने बेंगलुरु, काजीरंगा और गुवाहाटी में नई प्रॉपर्टीज डेवलप करने का भी प्लान बनाया है। कंपनी ने दिल्ली एनसीआर और बिहार में भी प्रॉपर्टीज के लिए बोली लगाई है। FY26 की पहले तिमाही में कंपनी का मार्जिन साल दर साल आधार पर 500 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ा। रूम के टैरिफ में लगातार वृद्धि से भी कंपनी के मार्जिन में इजाफा होगा। FY26 में कंपनी के मार्जिन में 300 बेसिस प्वाइंट्स के इजाफा की उम्मीद है। अभी कंपनी के शेयरों में FY26 की अनुमानित अर्निंग्स के 14 गुना EV/EBITDA पर ट्रेडिंग हो रही है। शेयर का प्राइस फरवरी 2024 के आईपीए प्राइस के मुकाबले 18 फीसदी कम है। इनवेस्टर्स लंबी अवधि के लिहाज से इस स्टॉक में इनवेस्ट कर सकते हैं।