17 जनवरी को पॉजिटिव शुरुआत के बाद भारतीय बाजार अगले 4 करोबारी सत्रों के दबाव में रहे। 21 जनवरी 2022 को समाप्त हफ्ते में कमजोर ग्लोबल संकेतों , अमेरिका में मौद्रिक नीतियों में कड़ाई की संभावनाओं, यूएस ट्रेजरी यील्ड और कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और एफआईआई की लगातार बिकवाली के चलते बाजार दबाव में रहा। पिछले हफ्ते बीएसई सेंसेक्स 2,185.85 अंक यानी 3.57 फीसदी गिरकर 59,037.18 के स्तर परबंद हुआ है। वहीं निफ्टी 638.55 अंक यानी 3.49 फीसदी की गिरावट के साथ 17,617.2 के स्तर पर बंद हुआ।
अलग -अलग सेक्टर पर नजर डालें तो बीएसई आईटी इंडेक्स पिछले हफ्ते 6.5 फीसदी टूटा। वहीं बीएसई टेलिकॉम इंडेक्स 5.8 फीसदी टूटा जबकि निफ्टी फार्मा इंडेक्स 5.2 फीसदी टूटा। वहीं बीएसई पावर इंडेक्स 2.6 फीसदी भागा था। ब्रॉडर मार्केट पर नजर डालें तो बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 4.3 फीसदी टूटा जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स फ्रेश हाई हिट करने के बाद इस हफ्ते 3 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ।
बीते हफ्ते 30 से ज्यादा स्मॉलकैप स्टॉक में 10-44 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। जिसमें Precision Wires India, HSIL, Khaitan Chemicals and Fertilisers, Kellton Tech Solutions, OnMobile Global, Vikas Lifecare, Dhanvarsha Finvest, SIS, Pennar Industries, Bharat Road Network और Tinplate Company of India के नाम शामिल हैं।
वहीं दूसरी तरफ 30 से ज्यादा ऐसे स्टॉक रहें जिनमें 10-23 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। इसमें terlite Technologies, Tata Teleservices (Maharashtra), Urja Global, Hikal, Tejas Networks, Bhansali Engineering Polymers, The Anup Engineering, Dr Lal PathLabs, Jaypee Infratech और Zee Media Corporation के नाम शामिल हैं।
आगे कैसे रह सकती है बाजार की चाल
Kotak Securities के अमोल अठावले का कहना है कि वीकली चार्ट पर निफ्टी ने एक लॉन्ग बियरिश बार रिवशल कैंडल बनाया है जो आगे बाजार में शॉर्ट टर्म में कमजोरी कायम रहने के संकेत है। इसके अलावा निफ्टी का 20 Day SMA के नीचे क्लोज होना भी एक नेगेटिव संकेत है। अब निफ्टी के लिए 17500 पर सपोर्ट नजर आ रहा है । अगर निफ्टी इसके ऊपर टिका रहता है तो फिर इसमें हमें 17775 फिर उसके बाद 17900-17950 का लेवल भी देखने को मिल सकता है।
वहीं दूसर तरफ अगर निफ्टी 17750 के नीचे फिसल जाता है तो फिर इसमें 17400-17300 का लेवल भी देखने को मिल सकता है।
Religare Broking के अजित मिश्रा का कहना है कि अगले हफ्ते सबसे पहले बाजार 2 हैवी बेट्स Reliance Industries और ICICI Bank बैंक के नतीजों पर रिएक्ट करेगा। उन्होंने आगे कहा है कि कमजोर ग्लोबल संकेत इस समय बाजार के सेटिमेंट पर अपना असर डाल रहे है। इसके अलावा नतीजों के मौसम में बाजार में भारी उतार-चढ़ाव निवेशकों को परेशान कर रहा है। इंडेक्स पर नजर डालें तो किसी अच्छी रिकवरी के लिए निफ्टी को 17600 के ऊपर बने रहना होगा। अगर निफ्टी 17600 के ऊपर टिके रहने में कामयाब नहीं रहता है तो यह 17350 के स्तर पर फिसल सकता है। निवेशकों को सलाह है कि वह अपनी पोजिशन हेज करके रखें और जब तक बाजार स्थिर नहीं होता तब तक अपनी पोजिशन बड़ी करने से बचें।
Geojit Financial Services के विनोद नायर का कहना है कि आने वाले हफ्ते में घरेलू बाजार में काफी उतार-चढ़ाव भरा रह सकता है। क्योंकि निवेशकों की नजर आगामी बजट की घोषणाओं पर लगी हुई है। चूंकि अब तक आए नतीजों ने बाजार में कोई जोश नहीं भरा है। इसलिए आने हफ्तों में बाजार अगले संकेत के लिए नतीजों पर ही नजर बनाए रखेगा।