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Laxmi Dental IPO Listing: ₹428 का शेयर ₹528 पर लिस्ट, मुनाफा निकालने से पहले चेक करें कारोबारी डिटेल्स

Laxmi Dental IPO Listing: लक्ष्मी डेंटल कस्टम क्राउन और ब्रिजेज, क्लियर एलाइनर्स, थर्मोफॉर्मिंग शीट्स, पीडियाट्रिक डेंटल प्रोडक्ट्स इत्यादि बनाती है। इसके आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था। आईपीओ के तहत नए शेयर जारी हुए हैं और ऑफर फॉर सेल के तहत भी शेयरों की बिक्री हुई है। चेक करें कंपनी की कारोबारी सेहत कैसी है और आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कैसे करेगी?

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jan 20, 2025 पर 4:52 PM
Laxmi Dental IPO Listing: ₹428 का शेयर ₹528 पर लिस्ट, मुनाफा निकालने से पहले चेक करें कारोबारी डिटेल्स

Laxmi Dental IPO Listing: लक्ष्मी डेंटल के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई और 23% से अधिक प्रीमियम पर लिस्ट होने के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। इसके आईपीओ को भी निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 114 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 428.00 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 528.00 रुपये और NSE पर 542.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 23 फीसदी से अधिक लिस्टिंग गेन (Laxmi Dental Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह 583.70 रुपये (Laxmi Dental Share Price) पर पहुंच गया। दिन के आखिरी में यह बीएसई पर 550.65 रुपये पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 28.66 फीसदी मुनाफे में हैं।

Laxmi Dental IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस

लक्ष्मी डेंटल का ₹698.06 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 13-15 जनवरी तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 114.14 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 110.38 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 147.69 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 75.1 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 138.00 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 2 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1,30,85,467 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं।

ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकाने, कुछ सब्सडियरीज में कर्ज चुकाने के लिए निवेश, नई मशीनरी की खरीदारी, सब्सिडियरी बिजडेंट डिवाइसेज को नई मशीनरी की खरीदारी के लिए देने, और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

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