LIC Shares: Q2 में 4% गिरा मुनाफा, लेकिन शेयरों में 2% का उछाल, अभी इतना दम बाकी

LIC Shares: देश की सबसे बड़ी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी के शेयरों में आज शानदार तेजी दिखी। सितंबर तिमाही के बेहतर नतीजे पर इसके शेयर 2 फीसदी से अधिक उछल गए। शानदार नतीजे पर ब्रोकरेज का रुझान भी एलआईसी को लेकर पॉजिटिव बना हुआ है। ऐसे में निवेशकों ने जमकर इसके शेयरों की खरीदारी की और दिन के आखिरी में यह ग्रीन जोन में बंद हुआ है

अपडेटेड Nov 11, 2024 पर 5:19 PM
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LIC का स्टैंडएलोन नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर सितंबर तिमाही में 4 फीसदी गिरकर 7621 करोड़ रुपये पर आ गया लेकिन इस दौरान प्रीमियम से नेट इनकम 11 फीसदी बढ़कर 1.19 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई।

LIC Shares: देश की सबसे बड़ी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी के शेयरों में आज शानदार तेजी दिखी। सितंबर तिमाही के बेहतर नतीजे पर इसके शेयर 2 फीसदी से अधिक उछल गए। शानदार नतीजे पर ब्रोकरेज का रुझान भी एलआईसी को लेकर पॉजिटिव बना हुआ है। ऐसे में निवेशकों ने जमकर इसके शेयरों की खरीदारी की और दिन के आखिरी में यह ग्रीन जोन में बंद हुआ है। आज BSE पर यह 0.42 फीसदी की बढ़त के साथ 918.55 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 2.03 फीसदी उछलकर 933.30 रुपये के भाव तक पहुंच गया था। पिछले साल 13 नवंबर 2023 को यह एक साल के निचले स्तर 598.50 रुपये पर थे जिससे 9 महीने में यह 104 फीसदी उछलकर 1 अगस्त 2024 को 1221.50 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। फिलहाल इस हाई से यह करीब 25 फीसदी डाउनसाइड है।

LIC के लिए कैसी सितंबर तिमाही?

एलआईसी का स्टैंडएलोन नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर सितंबर तिमाही में 4 फीसदी गिरकर 7621 करोड़ रुपये पर आ गया लेकिन इस दौरान प्रीमियम से नेट इनकम 11 फीसदी बढ़कर 1.19 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई। एलआईसी का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) भी 17 फीसदी बढ़कर 55.39 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। निवेश से आय 16 फीसदी बढ़कर 1.08 लाख करोड़ रुपये, पहले साल के प्रीमियम से इनकम 12 फीसदी उछलकर 11,201 करोड़ रुपये पर पहुंत गई।


निवेश को लेकर ब्रोकरेज का क्या है रुझान?

घरेलू ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि एलआईसी अपने सेगमेंट में लीडर बनी हुई है और अब इसका फोकस अधिक मुनाफे वाले प्रोडक्ट सेगमेंट पर है। यह नए प्रोडक्ट लॉन्च कर रही है, चैनल्स की संख्या बढ़ा रही है। इसके अलावा डिजिटाइजेशन पर फोकस कर रही है जिससे निजी कंपनियों से गैप कम होगा। ब्रोकरेज फर्म ने इसे 1200 रुपये के टारगेट प्राइस पर खरीदारी की रेटिंग दी है।

सितंबर छमाही के ओवरऑल परफॉरमेंस को लेकर एमके ग्लोबल का कहना है कि मैनेजमेंट को सरेंडर के नए नियमों में भी मजबूत परफॉरमेंस को लेकर भरोसा है लेकिन पॉलिसीहोल्डर्स के रिटर्न और डिस्ट्रीब्यूटर्स के पेआउट को बैलेंस करने को लेकर एलआईसी के सामने चुनौतियां दिख रही हैं। ऐसे में ब्रोकरेज ने इसे 1150 रुपये के टारगेट प्राइस पर ऐड रेटिंग बरकरार रखी है।

जेएम फाइनेंशियल का मानना है कि नए नियम दिसंबर से लागू हो रहे हैं तो इंडिविजुअल बिजनेस में सुस्ती रहेगी और ग्रुप बिजनेस सामान्य रहेगा। अब आगे की ग्रोथ कैसी रहेगी, इसे लेकर ब्रोकरेज का कहना है कि इस पर यह देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा कि नए नियमों को एलआईसी कितना सोख पाती है। ब्रोकरेज ने 1300 रुपये के टारगेट प्राइस पर इसकी खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है।

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