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L&T Finance Q4 results: मुनाफा 46% की बढ़त के साथ 501 करोड़ रुपए पर रहा, मार्जिन में भी दिखी मजबूती

L&T Finance Q4 results:कंपनी ने बताया है कि पूरे वित्त वर्ष 2023 की बात करें तो कंपनी की कंसोलीडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 52 फीसदी की बढ़त के साथ 1623 करोड़ रुपए पर रही है। इस अवधि में कंपनी का रिटेल पोर्टफोलियो बढ़ कर कंपनी के कुल लोन बुक का 75 फीसदी हो गया है। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी के कुल लोन बुक में रिटेल पोर्टफोलियो का योगदान 51 फीसदी ही था

अपडेटेड Apr 29, 2023 पर 1:37 PM
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एसेट क्विलिटी में सुधार के चलते भी कंपनी के मुनाफे में मजबूती आई है। चौथी तिमाही में कंपनी का ग्रॉस एनपीए 3 फीसदी पर और नेट एनपीए 1 फीसदी से नीचे रहा है

L&T Finance Q4 results: रिटेल कारोबार पर फोकस करने वाली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) एल एंड टी फाइनेंस होल्डिंग्स (L&T Finance Holdings) ने शुक्रवार 27 अप्रैल को वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए है। 31 मार्च 2023 को खत्म हुई इस तिमाही में कंपनी की कंसोलीडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 46 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 501 करोड़ रुपए पर रही है। इस अवधि में कंपनी के रिटेल बुक में जोरदार ग्रोथ देखने के मिली है। साथ की कंपनी की मार्जिन में भी मजबूती रही है।

कंपनी का रिटेल पोर्टफोलियो बढ़ा

एल एंड टी फाइनेंस होल्डिंग्स ने बताया है कि पूरे वित्त वर्ष 2023 की बात करें तो कंपनी की कंसोलीडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 52 फीसदी की बढ़त के साथ 1623 करोड़ रुपए पर रही है। इस अवधि में कंपनी का रिटेल पोर्टफोलियो बढ़ कर कंपनी के कुल लोन बुक का 75 फीसदी हो गया है। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी के कुल लोन बुक में रिटेल पोर्टफोलियो का योगदान 51 फीसदी ही है। लोन बुक में रिटेल पोर्टफोलियो की हिस्सेदारी बढ़ने से चौथी तिमाही में कंपनी के मार्जिन में भी बढ़त देखने को मिली है।


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फंड की लागत में भी आई कमी 

वित्त वर्ष 2023 में फंड की लागत में भी कमी आई है। इससे भी कंपनी के मार्जिन को सपोर्ट मिला है। 4 तिमाही में कंपनी की फंड लागत सालाना आधार पर 4 बेसिसि प्वाइंट घटकर 7.46 प्रतिशत रहा है। बढ़ती ब्याज दरों के माहौल में कंपनी की फंड लागत घटना एक अच्छा संकेत है। वित्तवर्ष 2023 में कंपनी का रिटेल ऋण वितरण 42065 करोड़ रुपए रहा है। कंपनी को सभी रिटेल सेगमेंट्स से आईट लोन की जोरदार मांग से सपोर्ट मिला है। कंपनी की रिटेल लेन बुक में हुई बढ़त के चलते इसके होलसेल बुक में सालाना आधार पर 54 फीसदी की गिरावट आई है और ये 19,840 करोड़ रुपए पर फिसल गई है।

एसेट क्विलिटी में सुधार के चलते भी कंपनी के मुनाफे में मजबूती आई है। चौथी तिमाही में कंपनी का ग्रॉस एनपीए 3 फीसदी पर और नेट एनपीए 1 फीसदी से नीचे रहा है।

 रिटेल कारोबार की नेट इनकम सालाना आधार पर 20 फीसदी बढ़ी

31 मार्च को खत्म हुई तिमाही में कंपनी के रिटेल कारोबार की नेट इनकम सालाना आधार पर 20 फीसदी की बढ़त के साथ 472 करोड़ रुपए पर रही है। जबकि पूरे वित्त वर्ष 2023 में कंपनी के रिटेल कारोबार की नेट इनकम सालाना आधार पर 87 फीसदी बढ़त के साथ 1384 करोड़ रुपए पर रही है।

फंड लागत घटने से मिला फायदा

फंड लागत कम रहने के कारण वित्त वर्ष 2023 में कंपनी के नेट इंटरेस्ट मार्जिन 11.54 फीसदी के मजबूत स्तर पर रही है। वहीं, वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में कंपनी की नेट इंटरेस्ट मार्जिन 11.87 फीसदी पर रही है।

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