Stock markets : 03 मार्च के वोलेटाइल कारोबारी सत्र में भारतीय इक्विटी इंडेक्स निगेटिव नोट पर बंद हुए। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 112.16 अंक या 0.15 फीसदीकी गिरावट के साथ 73,085.94 पर और निफ्टी 5.40 अंक या 0.02 फीसदी की गिरावट के साथ 22,119.30 पर बंद हुआ। आज लगभग 1170 शेयरों में तेजी आई, 2752 शेयरों में गिरावट आई और 142 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
निफ्टी पर भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, आयशर मोटर्स, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, बीपीसीएल और जेएसडब्ल्यू स्टील आज के टॉप गेनर रहे, जबकि कोल इंडिया, रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी बैंक और बजाज ऑटो टॉप लूजरों की सूचि में शामिल रहे। बीएसई मिडकैप में 0.25 फीसकी और स्मॉलकैप में 0.7 फीसदी की गिरावट आई।
अगल-अलग सेक्टरों की बात करें तो मीडिया, पीएसयू बैंक और तेल एवं गैस में 0.3-1 फीसदी की गिरावट आई, जबकि कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, आईटी, मेटल और रियल्टी में 0.5-1 फीसदी की बढ़त हुई।
कुंवरजी ग्रुप के रवि दियोरा का कहना है कि बाजार में दबाव का मुख्य कारण एफआईआई द्वारा लगातार हो रही बिकवाली है। एक और बड़ी चिंता डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां हैं जो रातोंरात बदल जाती हैं। इससे बाजार में अनिश्चितता बढ़ जाती है। वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के आय में सुस्ती ने स्थिति को और खराब कर दिया है। पिछली दो से तीन तिमाहियों में,निफ्टी कंपनियों में से 50 फीसदी से भी कम कंपनियों ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन किया है। अर्निग्स में गिरावट और अनुमानों में चूक ने बाजार में जारी गिरावट को बढ़ा दिया है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वत्सल भुवा का कहना है कि सोमवार को निफ्टी को 22,000 के आसपास सपोर्ट मिला और यह 22,043 के अहम 38.2 फीसदी फिबोनाची रिट्रेसमेंट स्तर से ऊपर बंद होने में कामयाब रहा। डेली चार्ट पर RSI 22 के स्तर पर काफी ज्यादा ओवरसोल्ड जोन में बना हुआ है। ये 22,475 पर स्थित 400-डे ईएमए की ओर संभावित शॉर्ट टर्म रिवर्सल का संकेत दे रहा है। हालांकि, बाजार का ओवरऑल ट्रेंड मंदी का बना हुआ है। अब निफ्टी जब तक 22,600 से ऊपर की क्लोजिंग देने में कामयाब नहीं होता तब तक इसमें बिकवाली की संभावना बनी रहेगी। निफ्टी के लिए 22,300 पर तत्काल रेजिस्टेंस है। जबकि 22,000 पर सपोर्ट है। अगर क्लोजिंग बेसिस पर ये सपोर्ट टूट जाता है तो अगला सपोर्ट 21,800 पर होगा।
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