Stock markets: भारतीय बेंचमार्क इंडेक्सों में 14 नवंबर को लगातार छठे कारोबारी सत्र में गिरावट देखने को मिली। आज एफएमसीजी, पीएसयू बैंक, तेल और गैस शेयरों में बिकवाली रही। निफ्टी 23,550 से नीचे बंद हुआ है। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 110.64 अंक या 0.14 फीसदी नीचे 77,580.31 पर और निफ्टी 26.35 अंक या 0.11 फीसदी नीचे 23,532.70 पर बंद हुआ है। इस हफ्ते की बात करें तो सेंसेक्स-निफ्टी में 2.5 फीसदी की गिरावट दिखी है। अलग-अलग सेक्टरों की बात करें तो एफएमसीजी, पावर, पीएसयू बैंक तथा तेल एवं गैस में 0.3-1 फीसदी की गिरावट आई, जबकि ऑटो, मीडिया, रियल्टी में 0.6-2 फीसदी की बढ़त हुई।
निफ्टी में एचयूएल, बीपीसीएल, टाटा कंज्यूमर, नेस्ले, ब्रिटानिया टॉप लूजर रहे। जबकि आयशर मोटर्स, हीरो मोटोकॉर्प, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी लाइफ और कोटक महिंद्रा बैंक टॉप गेनर रहे। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.4 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में लगभग 1 फीसदी की बढ़त हुई है।
शुक्रवार, 15 नवंबर को गुरु नानक जयंती के अवसर पर बाजार बंद रहेगा।
18 नवंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
शेयरखान बाय बीएनपी परिबास के जतिन गेडिया का कहना है कि निफ्टी आज सपाट नोट पर खुला और दिन के दौरान सीमित दायरे में कारोबार करता रहा । अंत में 26 अंकों की गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुआ। डेली चार्ट पर निफ्टी 200-डे मूविंग एवरेज (23556) के आसपास कारोबार कर रहा है। निफ्टी अहम सपोर्ट स्तर पर कारोबार कर रहा है। ऑवरली मोमेंटम इंडीकेटर ने पॉजिटिव क्रॉसओवर ट्रिगर किया है, इसलिए बाजार में एक पुलबैक हो सकता है। हालांकि,ट्रेंड कमजोर बना हुआ है। ऐसे में 23700 - 23750 की ओर के किसी पुलबैक को बिकवाली के अवसर के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए। नीचे की तरफ निफ्टी के लिए 23180 पर सपोर्ट है जो 61.82% फिबोनाची रिट्रेसमेंट लेवल के साथ मेल खाता है।
पिछले कारोबारी सत्र में तेज गिरावट के बाद बैंक निफ्टी भी एक रेंज में कंसोलीडेट हुआ। यह कंसोलीडेशन पूरे डाउनट्रेंड का एक छोटा विराम है। हमें उम्मीद है कि बैंक निफ्टी 49700 (200 डीएमए) की ओर गिरेगा। वहीं ऊपर की ओर इसके लिए 50560 - 50700 पर शॉर्ट टर्म रजिस्टेंस दिख रहा है।
एंजेल वन के समीत चव्हाण का कहना है कि निफ्टी का तत्काल रजिस्टेंस अब 23,800 के आसपास है, उसके बाद 24,000 पर बड़ा रजिस्टेंस है। अगर आगे और कमजोरी आती है तो निफ्टी 23,200 या 50-WEMA तक गिर सकता है जो चुनाव के दिन के बाद आई रैली के 61.8 फीसदी रिट्रेसमेंट के साथ मेल खाता है।
इस बीच, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रामदेव अग्रवाल ने भारतीय निवेशकों को एफआईआई की बिकवाली के बावजूद धैर्य बनाए रखने की सलाह दी है। उन्होंने सीएनबीसी-टीवी18 ग्लोबल लीडरशिप समिट में कहा कि एक बार जब वे भारत से बाहर निकल जाएंगे तो उनके फिर से प्रवेश की कीमत बहुत अधिक होगी और तब तक निफ्टी इंडेक्स 30,000 तक पहुंच सकता है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि हाल ही में हुई बिकवाली के बाद वीकली एक्सपायरी के दिन निफ्टी इंडेक्स में सुस्ती देखने को मिली। बेंचमार्क इंडेक्स में शुरुआती घंटों में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिला, लेकिन हैवीवेट की दिशा साफ न होने से बाजार सीमित दायरे में रहा। सेक्टर के हिसाब से मिला-जुला प्रदर्शन रहा। रियल्टी और ऑटो सेक्टर में तेजी रही, जबकि एफएमसीजी और फार्मा लाल निशान पमें बंद हुए। इस बीच मिड और स्मॉल कैप में ने थोड़ी राहत रहा। मिड कैप इंडेक्स में 0.4 फीसदी ओर स्मॉल कैप में 0.8 फीसदी की तेजी रही।
200-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (DEMA) पर स्थित अपने अपने अहम सपोर्ट स्तर को फिर से परखने के बाद निफ्टी का ठहरना काफी हद तक प्रत्याशित था। हम इस समय लीवरेज्ड पोजीशन पर बारीकी से नज़र रखने की सलाह देते हैं। अब जब नतीजों का सीजन लभभग बीत चुका है तो आगे के लिए आईटी और बैंकिंग क्षेत्रों के प्रदर्शन पर फोकस करना महत्वपूर्ण होगा।
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