Market outlook : लगातार चौथे दिन गिरकर बंद हुआ बाजार, जानिए 14 जनवरी को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Stock market : शुक्रवार को निफ्टी में लगातार पांचवें सत्र में गिरावट आई,जो दिखाता है कि बाजार कितना कमजोर है। 23,177 और 23,355 के बीच का जोन नीचे की ओर गिरने पर सपोर्ट का काम करेगा। जबकि तत्काल रजिस्टेंस 23600 पर है। दिलचस्प बात यह है कि भले ही निफ्टी में 200-डे एवरेज से ऊपर के शेयरों का प्रतिशत 34 तक गिर गया हो,लेकिन 14-डे मोमेंटम अभी भी ओवरसोल्ड नहीं है

अपडेटेड Jan 13, 2025 पर 4:16 PM
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Market news : भारतीय इक्विटी बाजार में आज भारी उथल-पुथल देखने को मिली। सभी सेक्टरों में लगातार बिकवाली जारी रही और सत्र का समापन 345.55 अंकों की गिरावट के साथ 7 महीने के निचले स्तर पर हुआ

Market news: भारतीय इक्विटी इंडेक्स 13 जनवरी को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में कमजोर रुख के साथ बंद हुए हैं। निफ्टी 25,100 से नीचे आ गया है। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 1,022.77 अंक या 1.32 फीसदी की गिरावट के साथ 76,356.14 पर और निफ्टी 344.05 अंक या 1.47 फीसदी की गिरावट के साथ 23,087.45 पर बंद हुआ है। आज लगभग 458 शेयरों में तेजी आई, 3208 शेयरों में गिरावट आई और 99 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। ट्रेंट,अडानी एंटरप्राइजेज,भारत इलेक्ट्रॉनिक्स,बीपीसीएल और पावर ग्रिड कॉर्प निफ्टी के सबसे बड़े लूजर रहे। जबकि टीसीएस,इंडसइंड बैंक,एक्सिस बैंक और एचयूएल निफ्टी के सबसे बड़े गेनरों में रहे।

सभी सेक्टोरल इंडेक्स आज लाल निशान में बंद हुए हैं। इसमें रियल्टी इंडेक्स 6.7 फीसदी नीचे तथा तेल एवं गैस, पावर, पीएसयू, मेटल और मीडिया 3-4 फीसदी नीचे बंद हुए है। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों में 4-4 फीसदी की गिरावट आई है।

फिडेंट एसेट मैनेजमेंट के सीआईओ और फाउंडर ऐश्वर्या दाधीच ने कहा,"आज की गिरावट मजबूत अमेरिकी लेबर मार्केट डेटा (NFP) के कारण आई है। इसने डॉलर को और मजबूत किया है। इसके साथ ही इसने फेडरल रिजर्व की दरों में कटौती की उम्मीदों को पटरी से उतार दिया है। इसके कारण भारत सहित दूसरे उभरते बाजारों से विदेशी फंडों का काफी पैसा निकला है। इससे ब्रॉडर मार्केट पर दबाव बढ़ गया है।" उन्होंने कहा कि गैर-संस्थागत निवेशक भी,जो अब तक बाजार का सपोर्ट कर रहे थे,अब पीछे हट रहे हैं। इससे बिकवाली में और भी योगदान मिला है।


एक्सिस सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड अक्षय चिंचलकर ने कहा "शुक्रवार को निफ्टी में लगातार पांचवें सत्र में गिरावट आई,जो दिखाता है कि बाजार कितना कमजोर है। 23,177 और 23,355 के बीच का जोन नीचे की ओर गिरने पर सपोर्ट का काम करेगा। जबकि तत्काल रजिस्टेंस 23600 पर है। दिलचस्प बात यह है कि भले ही निफ्टी में 200-डे एवरेज से ऊपर के शेयरों का प्रतिशत 34 तक गिर गया हो,लेकिन 14-डे मोमेंटम अभी भी ओवरसोल्ड नहीं है,जिसका मतलब है कि अभी आगे और भी कमजोरी आ सकती है"।

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प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि भारतीय इक्विटी बाजारों में आज भारी उथल-पुथल देखने को मिली। सभी सेक्टरों में लगातार बिकवाली जारी रही और सत्र का समापन 345.55 अंकों की गिरावट के साथ 7 महीने के निचले स्तर यानी 23,085.95 पर हुआ। सभी सेक्टरों ने निगेटिव जोन में कारोबार समाप्त किया। रियल्टी और मीडिया में भारी गिरावट रही। व्यापक बाजारों में तबाही ने बाजार के सेंटीमेंट को प्रभावित किया क्योंकि मिड और स्मॉलकैप में 4.02 फीसदी और 4.10 फीसदी की गिरावटआई।

डेली चार्ट पर एक मजबूत बियरिश कैंडल मंदी कायम रहने के संकेत दे रहा है। हालांकि,निफ्टी अपने लॉन्ग टर्म ट्रेंडलाइन सपोर्ट (कोविड-19 के निचले स्तर से) यानी 22,800 के करीब पहुंच रहा है, जहां से रुख बदल सकता है क्योंकि बाजार ओवरसोल्ड जोन में प्रवेश कर चुके हैं।

 

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