Stock market: 30 सितंबर को भारतीय इक्विटी इंडेक्स कमजोर रुख के साथ बंद हुए हैं। निफ्टी आज 25,850 से नीचे फिसल गया। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 1,272.07 अंक या 1.49 फीसदी की गिरावट के साथ 84,299.78 पर और निफ्टी 368.20 अंक या 1.41 फीसदी की गिरावट के साथ 25,810.80 पर बंद हुआ। आज लगभग 1757 शेयरों में तेजी आई, 2107 शेयरों में गिरावट आई और 148 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
मेटल और मीडिया (प्रत्येक में 1 फीसदी की तेजी) को छोड़कर दूसरे सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। इनमें से ऑटो, बैंक, आईटी, टेलीकॉम, फार्मा, रियल्टी में 1-2 फीसदी की गिरावट आई। बीएसई मिडकैप इंडेक्स मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स सपाट बंद हुआ।
हीरो मोटोकॉर्प, ट्रेंट, एक्सिस बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स निफ्टी के टॉप लूजर रहे। जबकि जेएसडब्ल्यू स्टील, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, टाटा स्टील, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज में बढ़त देखने को मिली।
1 अक्टूबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि मध्य-पूर्व में बढ़ते भू-राजनीतिक जोखिम और येन ब्याज दर में संभावित बढ़त के खतरे के कारण वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल मच गई है। इसके चलते इक्विटी में क्रॉस कंट्री निवेश कम हो सकता है। इसके विपरीत, बड़े प्रोत्साहन पैकेज और सस्ते मूल्यांकन के कारण चीनी बाजार में फिर से उछाल आया है। वैश्विक दबाव और महंगे मूल्यांकन के कारण भारत भी कमजोर हुआ। निकट भविष्य में मेटल सेक्टर के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। अब घरेलू बाजार का फोकस दूसरी तिमाही के नतीजों पर रहेगा। पहली तिमाही की सुस्ती के बाद दूसरी तिमाही में अर्निंग ग्रोथ में सुधार की उम्मीद है।
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि आज के कारोबारी सत्र में बहुप्रतीक्षित करेक्शन देखने को मिला। गैप-डाउन ओपनिंग के बाद, इंडेक्स ने पहले 26,000 के मनोवैज्ञानिक सपोर्ट को तोड़ा और बाद में अपने छोटे सपोर्ट बेसों को भी तोड़ते हुए 368.10 अंकों की गिरावट के साथ 25,810.85 के स्तर पर बंद हुआ।
डेली चार्ट पर एक मजबूत बियरिश कैंडल बनी है जो मंदड़ियों की ताकत को दर्शाती है। हायर टॉप हायर बॉटम फॉर्मेशन को ध्यान में रखते हुए इंडेक्स के लिए अगला सपोर्ट 25,500 पर दिख रहा है जो 21DMA सपोर्ट के पास ही है। पोलैरिटी में बदलाव के कारण, एक बार फिर 26,000 का स्तर निफ्टी के लिए रजिस्टेंस बन गया है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि पिछले कारोबारी सत्र में थोड़े समय के ठहराव के बाद निफ्टी में तेज गिरावट आई और यह अपने हालिया कंसोलीडेशन जोन से नीचे चला गया। इस गिरावट के साथ ही आरएसआई (14) में एक बड़ा निगेटिव डाइवर्जेंस भी हुआ जो आगे भी कमज़ोरी आने का संकेत दे रहा है। नियर टर्म में मार्केट सेंटीमेंट कमजोर रह सकता है। निफ्टी के लिए 25,750 पर सपोर्ट है। निफ्टी के 25,750 से नीचे जाने पर और कमजोरी आ सकती है। ऊपरी स्तर पर 26,000 पर रजिस्टेंस दिख रहा है।
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