Stock market : 21 जनवरी को सभी सेक्टरों में हुई बिकवाली के बीच निफ्टी 23,000 के आसपास रहा और भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स कमजोर रुख के साथ बंद हुए। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 1,235.08 अंक या 1.60 फीसदी की गिरावट के साथ 75,838.36 पर और निफ्टी 320.10 अंक या 1.37 फीसदी की गिरावट के साथ 23,024.65 पर बंद हुआ। आज लगभग 1019 शेयरों में तेजी आई, 2552 शेयरों में गिरावट आई और 79 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
निफ्टी पर सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाले शेयरों में ट्रेंट, अडानी पोर्ट्स, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक और एसबीआई शामिल रहे। जबकि सबसे ज्यादा लाभ कमाने वालों में अपोलो हॉस्पिटल्स, बीपीसीएल, टाटा कंज्यूमर, जेएसडब्ल्यू स्टील और श्रीराम फाइनेंस शामिल रहे। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 2-2 फीसदी की गिरावट आई। सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए।जिसमें कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और रियल्टी इंडेक्स में 4-4 फीसदी की गिरावट आई। जबकि बैंक, पावर, टेलीकॉम और कैपिटल गुड्स में 2-2 फीसदी की गिरावट आई।
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि आज बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। बाजार पर मंदड़ियों ने नियंत्रण कर लिया। मिड और स्मॉलकैप सेक्टर में तेज गिरावट देखने के मिली जिससे इंडेक्स नीचे चला गया। हालांकि थोड़ी देर के लिए वी-आकार की रिकवरी हुई। इसके बावजूद, इंडेक्स ऊपरी स्तरों पर टिके रहने के लिए संघर्ष करता रहा और आगे और बिकवाली का सामना करना पड़ा। इसके चलते निफ्टी आज 23,000 के मनोवैज्ञानिक सपोर्ट से नीचे गिर गया। कारोबार के अंतिम घंटे में मामूली रिकवरी दिखी। अंत में 320.10 अंकों की गिरावट के साथ निफ्टी 23,024.65 पर बंद हुआ। सभी सेक्टर लाल निशान में बंद हुए। इसमें रियल्टी और एनर्जी सबसे बड़े अंडरपरफॉर्मर रहे। मिड और स्मॉलकैप इंडेक्स 2 फीसदी से ज्यादा गिरे। इन्होंने बेंचमार्क से कमतर प्रदर्शन किया।
निफ्टी ने आज अपना रेंज तोड़ते हुए एक बड़ा बियरिश कैंडल बनाया है। यह एक मजबूत मंदी के ट्रेंड का संकेत देती है। आगे ये कमजोरी जारी रहने की उम्मीद है। निफ्टी के लिए 22,800 पर सपोर्ट नजर आ रहा है। यह लॉन्ग टर्म ट्रेंडलाइन सपोर्ट के साथ मेल खाता है। इसके लिए तत्काल रजिस्टेंस 23,140 के आसपास है।
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में बाजार काफी सतर्क दिख रहा था। आज मंगलवार को भारी बिकवाली देखने को मिली। निवेशकों को अब इस बात का डर है कि अमेरिका के हितों की रक्षा के लिए ट्रंप का उद्घाटन भाषण भारत सहित कई देशों की आर्थिक संभावनाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। इस बीच विदेशी निवेशक भारत में बिकवाली जारी रखे हुए हैं। अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में कोई और बढ़त इस बिकवाली को बड़े पैमाने पर बढ़ा सकती है।
मिरे एसेट शेयरखान में तकनीकी अनुसंधान विश्लेषक जतिन गेडिया का कहना है कि निफ्टी आज बढ़त के साथ खुला। हालांकि यह ऊपरी स्तरों पर टिक नहीं सका और 320 अंक नीचे लाल निशान में बंद हुआ। डेली चार्ट पर पिछले छह कारोबारी सत्रों से निफ्टी 23100 - 23500 की सीमा में कंसोलीडेटे हो रहा था। आज ये रेंज नीचे की ओर निर्णायक रूप से टूट गया है। यह टूटना गिरावट के अगले चरण की शुरुआत का संकेत है। नीचे की ओर निफ्टी 22670 की और गिर सकता है जो मार्च, 2023 के लो 16828 से सितंबर, 2024 के हाई 26277 तक की बढ़त का 38.2 फीसदी फिबोनाची रिट्रेसमेंट लेवल है। ऊपर की ओर, 23280 - 23320 पर शॉर्ट टर्म रजिस्टेंस दिख रहा है।
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