Market outlook : 8 अगस्त को खत्म हुए कारोबारी हफ्ते में लगातार चौथे हफ्ते कमजोरी देखने को मिली। कमजोर मानसून, रुपए में कमजोरी और भारत में बढ़ती महंगाई कुछ ऐसे कारण रहे जिन्होंने बाजार का मूड खराब कर दिया। इसके अलावा डॉलर में बढ़ोतरी, यूएस फेड की तरफ से दरों में बढ़त की आशंका और चीन में कमजोर पड़ती महंगाई ने भी बाजार का मूड खराब कर दिया। इस हफ्ते सेंसेक्स 0.57 फीसदी या 373.99 अंक गिरकर 64948.66 पर और निफ्टी 0.60 फीसदी या 118.1 अंक गिरकर 19310.20 पर बंद हुआ। ब्रॉडर मार्केट की बात करें तो बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स सपाट नोट पर बंद हुआ था। जबकि बीएसई लार्ज-कैप इंडेक्स 0.7 फीसदी गिरकर बंद हुआ। वहीं, मिड-कैप इंडेक्स 0.5 फीसदी कमजोरी लेकर बंद हुआ। बाजार में गिरावट के बावजूद 50 से ज्यादा स्मॉलकैप ने डबल डिजिट रिटर्न दिया।
कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान का कहना है कि अधिकांश ग्लोबल इक्विटी बाजारों में कमजोरी के बीच इस हफ्ते सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई। इस हफ्ते बीएसई मिड-कैप और बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स में कुछ कमजोरी देखने को मिली। सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो अधिकांश इंडेक्सों ने निगेटिव रिटर्न दिया है। इसमें बीएसई मेटल्स,बीएसई एनर्जी और बीएसई ऑयल एंड गैस जैसे अहम इंडेक्स शामिल हैं। भारत के अधिकांश हिस्सों में मानसून की स्थिति कमजोर बनी हुई है। जिसके जिसके चलते अगस्त में मानसून कमजोर रहा है। सब्जियों की ऊंची कीमतों के कारण जुलाई 2023 में भारत की खुदरा महंगाई बढ़कर 7.4 फीसदी (जून 2023 में 4.8% से) हो गई है। इस हफ्ते ब्रेंट क्रूड की कीमत में कुछ नरमी आई है। लेकिन अभी भी ये हाई लेवल पर है। Q1FY24 के नतीजों में उपभोग मांग में कमजोरी देखने को मिली है। हालांकि,निवेश मांग में मजबूती बनी हुई है। इसके अलावा, Q1FY24 के नतीजों में कंपनियों के मुनाफे में सुधार दिखा है।
अलग-अलग सेक्टर्स की बात करें तो बीएसई मेटल इंडेक्स में 4 फीसदी की गिरावट आई। वहीं, बीएसई टेलीकॉम इंडेक्स में 2 फीसदी की गिरावट आई। जबकि बीएसई ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 1.2 फीसदी की गिरावट आई। दूसरी तरफ बीएसई पावर इंडेक्स में 0.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स सपाट नोट पर बंद हुआ। हिंदुस्तान ऑयल एक्सप्लोरेशन कंपनी, रिको ऑटो, श्री रायलसीमा हाई स्ट्रेंथ, लॉयड्स स्टील्स इंडस्ट्रीज, यूनिवर्सल केबल्स, जीई पावर इंडिया, पिक्स ट्रांसमिशन और ग्लोबस स्पिरिट्स में 12-32 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। हालांकि, डीबी रियल्टी, कोचीन शिपयार्ड, बीएफ यूटिलिटीज, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स, डिजीस्पाइस टेक्नोलॉजीज, टेक्नोक्राफ्ट इंडस्ट्रीज (इंडिया), डीदेव प्लास्टिक्स इंडस्ट्रीज, बालाजी टेलीफिल्म्स, जॉनसन कंट्रोल्स-हिताची एयर कंडीशनिंग इंडिया में 21-42 फीसदी की बढ़त देखने को मिली।
अगले हफ्ते कैसी रह सकती है बाजार की चाल
कोटक सिक्योरिटीज के अमोल अठावले का कहना है कि डेली और इंट्राडे चार्ट पर निफ्टी लोअर हाई पर बना हुआ है और वीकली चार्ट पर इसने एक छोटी बियरिश कैंडल बनाई है,जो काफी हद तक निगेटिव है। हालांकि, निचले स्तर पर निफ्टी को 50-डे एसएमए या 19250/64750 (सिंपल मूविंग एवरेज) के पास लगातार सपोर्ट मिल रहा है। अब 50 डे एसएमए या 19250 के स्तर के टूटने के बाद ही नई बिकवाली देखने को मिल सकती है, जिसके नीचे सूचकांक 19200-19100 तक फिसल सकता है।
दूसरी ओर 19400 का स्तर तेजड़ियों के लिए एक बड़े प्रतिरोध स्तर के रूप में कार्य करेगा और इसके ऊपर जाने पर निफ्टी 19450-19500 तक बढ़ सकता है। वहीं,बैंक निफ्टी में तब तक कमजोरी जारी रहने की संभावना है जब तक ये 44100 से नीचे कारोबार कर रहा है। इसके नीचे ये 43500-43200 तक फिसल सकता है। दूसरी तरफ 44100 का स्तर पार करने पर ये 44400-44600 तक जा सकता है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि
किसी भी पॉजिटिव ट्रिगर के अभाव और एफआईआई की लगातार बिकवाली के कारण बाजार कंसोलीडेट हो रहा है। बाजार की नजर अब फेड चेयरमैन पॉवेल के भाषण और अगले हफ्ते आने वाले तमाम अहम ग्लोबल मैक्रो डेटा पर लगी हुई है। उम्मीद है कि अगले हफ्ते भी घरेलू और ग्लोबल बाजार दबाव में रहेंगे। साथ ही आरबीआई गुरुवार को अपनी बैठक के मिनट्स जारी करेगा। हालांकि,सेक्टोरल रोटेशन के साथ ब्रॉडर बाजार में जोरदार एक्शन जारी रहने की संभावना है। आगे इंडेक्स हैवीवेट रिलायंस भी फोकस में रहेगा क्योंकि Jio फाइनेंशियल सर्विसेज सोमवार को लिस्ट होने वाली हैं।
शेयरखान के जतिन गेडिया का कहना है कि डेली चार्ट पर निफ्टी 40-डे मूविंग एवरेज (19358) से नीचे बंद हुआ है जो कमजोरी का संकेत है। पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में आई गिरावट के कारण निफ्टी लगातार चौथे हफ्ते गिरावट के साथ बंद हुआ है। इसके साथ ही वीकली मोमेंटम इंडीकेटर ने भी नकारात्मक क्रॉसओवर शुरू कर दिया है। इससे संकेत मिलता कि बाजार में ऊपरी स्तरों से दबाव बन रहा है। लोअर टॉप लोअर बॉटम फॉर्मेशन अभी भी बरकरार है। ये भी बाजार में कमजोरी कायम रहने का संकेत है। ऐसे में निफ्टी हमें 19100 की तरफ फिसलता दिख सकता है।
उधर बैंक निफ्टी में भी गिरावट का सिलसिला जारी है। बैंक निफ्टी शुक्रवार 18 अगस्त को लगातार सातवें कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ बंद हुआ। यह 20-वीक मूविंग एवरेज (43800) तक पहुंच गया है। ऐसे में लगता है कि मौजूदा स्तरों से इसमें कोई बड़ी गिरावट नहीं आएगी। लेकिन ट्रेंड अभी भी नकारात्मक है। जब तक बैंक निफ्टी 44000 से नीचे बना हुआ है तब तक कमजोरी जारी रहने की उम्मीद है। नीचे की ओर यह 43500 तक फिसल सकता है।
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