Credit Cards

Market outlook : बढ़त के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए 5 मई को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Market trend: निफ्टी के वित्त वर्ष 2026 के अनुमानित आय से 20 गुना ऊपर कारोबार करने के कारण वैल्यूएशन पहले से ही काफी महंगा बना हुआ है। इसके अलावा बढ़ते भू-राजनीतिक जोखिम और ग्लोबल ग्रोथ में मंदी का डर भी बाजार पर दबाव बनाए हुए है। ऐसे में हमें शॉर्ट टर्म में सावधानी बरतने की जरूरत है

अपडेटेड May 02, 2025 पर 6:22 PM
Story continues below Advertisement
Market cues: अब निफ्टी के लिए 24,250 पर सपोर्ट दिख रहा है। इस स्तर से नीचे गिरने पर 24,000 की ओर करेक्शन आ सकता है

Stock market : 2 मई को वोलेटाइल कारोबरी सत्र में भारतीय इक्विटी इंडेक्स पॉजिटिव रुझान के साथ बंद हुए तथा निफ्टी 24,300 से ऊपर पहुंच गया। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 259.75 अंक या 0.32 फीसदी बढ़कर 80,501.99 पर और निफ्टी 12.50 अंक या 0.05 फीसदी बढ़कर 24,346.70 पर बंद हुआ है। आज लगभग 1672 शेयरों में तेजी आई, 2122 शेयरों में गिरावट आई और 134 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

निफ्टी पर अडानी पोर्ट्स, इंडसइंड बैंक,बजाज फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई टॉप गेनर्स में शामिल रहे। जबकि, जेएसडब्ल्यू स्टील, आयशर मोटर्स, बजाज ऑटो, हीरो मोटोकॉर्प, एचडीएफसी लाइफ में गिरावट दर्ज की गई। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.4 फीसदी की गिरावट रही। जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स सपाट रहा।

सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो मीडिया, एनर्जी, आईटी, तेल एवं गैस में 0.3-0.7 फीसदी की बढ़त हुई, जबकि पावर, मेटल, टेलीकॉम, फार्मा, रियल्टी और कंज्यूर ड्यूरेबल्स में 0.5-2 फीसदी की गिरावट आई।


जियोजित के चीफ मार्केट स्ट्रेटेजिस्ट आनंद जेम्स का कहना है कि निफ्टी का बार-बार 24,359 के स्तर से ऊपर बंद होने में विफल होना एक चेतावनी संकेत है। हालांकि, हाल की कैंडल्स पर लॉन्ग लोअर विक्स की मौजूदगी यह संकेत देती है कि खरीदार अभी भी निचले स्तरों पर एक्टिव हैं। जेम्स ने आगे कहा कि एक तरफ तो मानक विचलन मॉडल निफ्टी के 25,000 से आगे बढ़ने की संभावना की ओर इशारा कर रहे हैं। वहीं,दूसरी तरफ मोमेंटम इंडीकेटरों में नरमी, कमजोरी का संकेत दे रही है। हमें निफ्टी के लिए 24,190-24,119 के जोन में में तत्काल सपोर्ट दिख रहा है। उसके बाद 24,070-23,950 और फिर 23,670 पर अगले सपोर्ट हैं।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वीके विजयकुमार का कहना है कि निफ्टी के वित्त वर्ष 2026 के अनुमानित आय से 20 गुना ऊपर कारोबार करने के कारण वैल्यूएशन पहले से ही काफी महंगा बना हुआ है। इसके अलावा बढ़ते भू-राजनीतिक जोखिम और ग्लोबल ग्रोथ में मंदी का डर भी बाजार पर दबाव बनाए हुए है। ऐसे में हमें शॉर्ट टर्म में सावधानी बरतने की जरूरत है। निवेशक निवेशित रहते हुए कैश लेवल बढ़ाने की रणनीति अपना सकते हैं।

इंडिया- यूके फ्री ट्रेड एग्रीमेंट अंतिम दौर में, सस्ते में मिलेगी इंग्लैंड की स्टॉक व्हिस्की और जैगुआर लैंड रोवर

एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि इस सप्ताह के दौरान निफ्टी में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। 24,550 के स्तर के आसपास रेजिस्टेंस का सामना करने के बाद यह तेजी से नीचे गिरा। डेली चार्ट पर,एक लॉन्ग अपर विक वाली कैंडल ऊपरी स्तरों से बिक्री के दबाव का संकेत दे रही है। अब निफ्टी के लिए 24,250 पर सपोर्ट दिख रहा है। इस स्तर से नीचे गिरने पर 24,000 की ओर करेक्शन आ सकता है। इसके अलावा इंडेक्स 24,000-24,550 के रेंज के भीतर रेंजबाउंड कारोबार कर सकता है। 24,550 से ऊपर एक निर्णायक ब्रेकआउट के बाद ही निफ्टी में एक अच्छी रैली देखने को मिल सकती है।

 

 

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।