Market today : भारत के बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स में 9 अक्टूबर के कारबारी सत्र में हल्की बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है। आईटी शेयरों में आई तेजी ने बाजार को मजबूती दी है। अब बाजार की नज़र टीसीएस के नतीजों से शुरू होने वाले नतीजों के सीज़न पर होगी,जो आज से शुरू होगा।
सुबह 10 बजे के आसपास सेंसेक्स 104.33 अंक या 0.13 प्रतिशत बढ़कर 81,877.99 पर और निफ्टी 32.75 अंक या 0.13 प्रतिशत बढ़कर 25,078.90 पर नजर आ रहा था। लगभग 172 शेयरों में तेजी देखने को मिल रही थी। वहीं, 116 शेयरों में गिरावट दिख रही थी। जबकि 25 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ था।
निफ्टी फार्मा इंडेक्स में लगभग एक प्रतिशत की तेजी नजर आ रही है। जबकि हेल्थकेयर इंडेक्स में भी अच्छी बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है। रियल्टी इंडेक्स में 1.3 प्रतिशत की बढ़त दिख रही है। आईटी,मीडिया और तेल एवं गैस इंडेक्स भी हरे निशान में हैं। दूसरी ओर, एफएमसीजी, ऑटो और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर में मामूली गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है।
बाजार की नजर आईटी दिग्गज टीसीएस पर टिकी हुई हैं। आज यह सितंबर तिमाही के नतीजों का आगाज करने जा रही है। CNBC-आवाज़ पोल के मुताबिक कंपनी की आय आधे परसेंट से ज्यादा बढ़ सकती है। वहीं, मार्जिन फ्लैट रह सकते हैं। AI और कर्मचारियों की छंटनी को लेकर मैनेजमेंट की कमेंट्री पर नजर रहेगी। टाटा एलेक्सी के नतीजों का भी इंतजार रहेगा।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के वी.के.विजयकुमार का कहना है कि कुल मिलाकर दूसरी तिमाही के नतीजे सामान्य रहने की संभावना है। बाजार की नजर ऑटोमोबाइल और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे सामानों के बाजार में होने वाले विकास पर रहेगी।
उन्होंने आगे कहा कि इन वस्तुओं की मज़बूत मांग की खबरें आ रही हैं। डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म कंपनियां हाल के दिनों में मजबूती दिखा रही हैं। आगे इन सेक्टरों से जुडे़ शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है।
चॉइस ब्रोकिंग की तकनीकी एवं डेरिवेटिव एनालिस्ट अमृता शिंदे का कहना है कि तकनीकी नजरिए से देखें तो 25,150 से ऊपर की चाल निफ्टी के लिए 25,200-25,250 की ओर बढ़त का रास्ता खोल सकती है। नीचे की ओर, तत्काल सपोर्ट 24,950-24,900 के आसपास है, जो लॉन्ग पोजीशन के लिए एक्युमुलेशन जोन के रूप में काम कर सकता है। कुल मिलाकर, निकट भविष्य में निफ्टी के 24,900 और 25,200 के दायरे में रहने की उम्मीद है।
शिंदे ने आगे कहा कि मौजूदा अनिश्चितता और बढ़ती वोलैटिलिटी को देखते हुए,ट्रेडरों को सलाह है कि वे विशेष रूप से लीवरेज्ड पोजीशन में, "गिरावट पर खरीदारी" का सतर्क रुख अपनाएं। किसी उछाल पर आंशिक मुनाफ़ा कमाना और कम ट्रेलिंग स्टॉप-लॉस का इस्तेमाल करना समझदारी भरा कदम होगा। नई लॉन्ग पोजीशन पर तभी विचार किया जाना चाहिए जब निफ्टी 25,250 के स्तर से ऊपर बना रहे। हालांकि बड़ा रुझान सतर्कतापूर्वक तेज़ी बनाए रखने का बना हुआ है, लेकिन आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम ब्रेकआउट स्तरों और वैश्विक बाज़ार के घटनाक्रमों पर कड़ी नज़र रखना ज़रूरी होगा।
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