Stock Market : आज 18 दिसंबर को बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स- निफ्टी कमजोरी के साथ खुले हैं। फिलहाल सेंसेक्स करीब 140 अंक या 0.18 फीसदी गिरकर 84,428 के आसपास और निफ्टी करीब 50 अंक या 0.19 प्रतिशत गिरकर 25,770 के आसपास दिख रहा है। लगभग 907 शेयरों में तेज़ी दिख रही है। वहीं, 1280 शेयरों में गिरावट आई है। 150 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
निफ्टी पर TCS, श्रीराम फाइनेंस, SBI, टेक महिंद्रा और मैक्स हेल्थकेयर बड़े गेनर हैं। जबकि टाटा स्टील, NTPC, मारुति सुजुकी, कोटक महिंद्रा बैंक, और SBI लाइफ इंश्योरेंस में सबसे ज्यादा गिरावट दिख रही है। डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया भी आज बुधवार की क्लोजिंग 90.37 के मुकाबले 90.37 के स्तर पर फ्लैट खुला है।
टेक्निकल नज़रिए से देखें तो निफ्टी कंसोलिडेशन फेज में ही घूम रहा है। बड़ी ट्रेडिंग रेंज ऊपर की तरफ 26,220 और नीचे की तरफ 25,700 के बीच दिख रही है। हालांकि, लोअर हाई बनने से 26,200 का ज़ोन ट्रेंड में किसी भी बड़े बदलाव के लिए एक अहम लेवल बना हुआ है।
डेरिवेटिव्स डेटा से ट्रेडर्स के बीच बढ़ती सावधानी की भावना का पता चलता है। कॉल राइटर्स ने एट द मनी और आस-पास के स्ट्राइक पर नई पोजीशन जोड़ी हैं, जिससे रैली पर ऊपरी रेजिस्टेंस मज़बूत हुआ है। साथ ही, पुट राइटर्स ने एक्सपोज़र कम किया है और पोजीशन को निचले स्ट्राइक पर रोल किया है, जो एक निर्णायक ब्रेकआउट या ब्रेकडाउन के बजाय लंबे समय तक साइडवेज़ फेज की संभावन का संकेत है।
26,000 स्ट्राइक पर लगभग 1.68 करोड़ कॉल कॉन्ट्रैक्ट्स का बड़ा बिल्ड-अप इसे एक मज़बूत रेजिस्टेंस एरिया बनाता है। SAMCO सिक्योरिटीज के एनालिस्ट्स का कहना है कि नीचे की तरफ, 25,500 स्ट्राइक पर लगभग 69.36 लाख पुट कॉन्ट्रैक्ट्स सपोर्ट दे रहे हैं। इससे संकेत मिलता है कि जब तक ग्लोबल संकेत और खराब नहीं होते, तब तक तुरंत किसी बड़ी गिरावट का डर नहीं है।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के वीके विजयकुमार का कहना है कि U.S. मार्केट में AI ट्रेड के कमजोर होने का ट्रेंड तेज़ी से बढ़ रहा है। यह ट्रेंड 2026 की शुरुआत में भी जारी रहने की संभावना है। इससे भारत जैसे नॉन-AI मार्केट को फायदा होगा।
कल के ट्रेड से एक दिलचस्प बात यह देखने के मिला कि FII की खरीदारी और नेट इंस्टीट्यूशनल खरीदारी के बावजूद मार्केट नीचे गिरा। इसका कारण यह हो सकता है कि FIIs मार्केट में अपनी शॉर्ट पोजीशन बढ़ा रहे हैं। इससे इस बात का संकेत मिलता है कि शॉर्ट टर्म में FIIs रैली पर बेचने की स्ट्रैटेजी अपनाएंगे।
अभी मार्केट में इस बात को लेकर चिंता है कि क्या जापानी सेंट्रल बैंक आज हॉकिश मैसेज के साथ रेट बढ़ाएगा। अगर ऐसा होता है,तो इससे 'येन कैरी ट्रेड' में उलटफेर हो सकता है, जिससे FIIs द्वारा और ज़्यादा बिकवाली हो सकती है। ऐसे में अब निवेशकों को मार्केट की कमज़ोरी का फ़ायदा उठाकर अच्छी क्वालिटी वाले, सही कीमत वाले स्टॉक खरीदने पर फोकस करना चाहिए।
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