अनुज सिंघल, मैनेजिंग एडिटर, सीएनबीसी आवाज
अनुज सिंघल, मैनेजिंग एडिटर, सीएनबीसी आवाज
बाजार का ट्रेंड बड़ी तेजी से बदल रहा है। हायर हाई और हायर लो के बीच का तालमेल बाजार की धारणा को बदल रहा है। निफ्टी में CLOSE TO CLOSE ठीक 1000 अंकों की रैली हुई। निफ्टी ऊपर से अब करीब 370 अंक करेक्ट हो चुका है । पांचवें दिन लगातार LOWER LOW और LOWER HIGH बनना इस बात का संकेत है। आज बाजार के लिए बड़ा संकेत फिर ग्लोबल बाजारों से है।ऐसे में अगर बड़ी रिकवरी नहीं आई तो बाजार में LOWER HIGH भी संभव है । अब 'SELL ON RALLY' में पैसा बन रहा है। 9 दिन तक निफ्टी में 'BUY ON DIPS' का ट्रेड चला । कल बैंक निफ्टी ने सबसे ज्यादा दबाव डाला । मिडकैप और स्मॉलकैप में भी कल गिरावट थी । खैर, जो भी है, निफ्टी अब MAKE OR BREAK जोन में है। 25,000-25,050 का जोन एक बहुत बड़ा सपोर्ट है । और अगर ये टूटा तो 24,800 फिर लक्ष्मण रेखा है।
निफ्टी: कहां तक गिर सकता है?
निफ्टी में 29 अगस्त से 18 सितंबर के बीच करीब 1000 अंकों की रैली दिखी थी, लेकिन ऊपर से लगातार 370 अंकों की गिरावट भी अब सामने है। अगर बाजार में 38.2% रिट्रेसमेंट होता है तो निफ्टी 25,042 तक आ सकता है, वहीं 20 DEMA भी इसी लेवल पर है।
ऐसे में 25,000-25,050 सबसे मज़बूत सपोर्ट कहा जा सकता है, जबकि 61.8% रिट्रेसमेंट 24,800 पर आता है। अगर ये करेक्शन है तो इन स्तरों के नीचे नहीं गिरना चाहिए ,लेकिन अगर इसके नीचे फिसला तो पूरी रैली खत्म होने का जोखिम है।
ग्लोबल बाजार से संकेत
आज का सबसे बड़ा संकेत फिर ग्लोबल बाजारों से है। ब्रेंट क्रूड अब $70 के बेहद करीब है। डॉलर-रुपया भी अब $90 की तरफ बढ़ रहा है। ये कॉम्बिनेशन हमारी मार्केट के लिए काफी खराब है । कल इसी कॉम्बिनेशन की वजह से बैंक निफ्टी का सेंटिमेंट बिगड़ा था, लेकिन इस बाजार की सबसे बड़ी दिक्कत अब है प्रोमोटर्स की बिकवाली । प्रोमोटर्स की तरह से ब्लॉक डील बड़े पैमाने पर चल रही है। आज पॉलीकैब के प्रोमोटर हिस्सा बेच रहे हैं। प्राइमरी बाजार में अब बहुत खराब IPO आ रहे हैं। ऐसे IPO आ रहे हैं जो कंपनियां 5 साल बाद आपको दिखेंगी नहीं। प्राइमरी मार्केट में हर कोई बहती गंगा में हाथ धो रहा है।
बाजार: अब क्या हो रणनीति?
FIIs ने कल फिर की बड़ी वाली बिकवाली की। FIIs ने कैश में 2400 Cr और फ्यूचर्स में 1000 Cr से ज्यादा की बिकवाली की , लेकिन कल दिक्कत FIIs बिकवाली नहीं बल्कि रिटेल और HNI की बिकवाली थी।
कल जिस तरह से मिडकैप टूटे वो खराब था। FIIs बिकवाली ज्यादातर निफ्टी पर असर करती है। ट्रंप के H1-B वीजा के फैसले के बाद से बाजार का मूड बिगड़ा है । सिर्फ PSU बैंक इंडेक्स में अभी भी थोड़ा मोमेंटम है। अभी भी बाजार का टेक्सचर पोजीशनल शॉर्ट वाला नहीं है। कुछ दिन तक सख्ती से इंट्राडे रहें और दोनों तरफ ट्रेड्स लें।
ऑटो शेयरों में अब गिरावट पर खरीदारी करें। PSU बैंकों में अब भी बास्केट खरीदारी की रणनीति रखें। ऐसा नहीं है कि बाजार में मौके नहीं हैं। इस समय आपके लिए मौके सीमित हैं क्योंकि बाजार खराब है। अगले 10-12 दिन बाजार के पास कोई ट्रिगर नहीं है। अक्टूबर में ट्रिगर्स की भरमार रहेगी। 1 अक्टूबर को ऑटो बिक्री के आंकड़े आएंगे। 1 अक्टूबर को ही RBI मॉनेटरी पॉलिसी भी आएगी और उसके बाद नतीजों का मौसम शुरू हो जाएगा। तब तक थोड़ा हल्का रहें और बहुत ही चुनिंदा शेयरों को ट्रेड करें। इस समय बाजार में पैसा बचाने पर फोकस करें।
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