Maruti Suzuki Q4 Results: देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी को पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की आखिरी तिमाही में करारा शॉक लगा। जनवरी-मार्च 2024 में इसका स्टैंडएलोन नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 4.3 फीसदी गिरकर 3,711 करोड़ रुपये पर आ गया। यह मार्केट की उम्मीदों से कमजोर रहा। मनीकंट्रोल ने मुनाफे में 1 फीसदी की गिरावट का अनुमान लगाया था। ब्रोकरेज एनालिस्ट्स का अनुमान था कि मार्च तिमाही में कंपनी को 3,852 करोड़ रुपये का मुनाफा होगा। कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 के लिए प्रति शेयर रिकॉर्ड 135 रुपये के डिविडेंड का ऐलान किया है।
Maruti Suzuki Q4 Results: खास बातें
मार्च तिमाही में मारुति सुजुकी का स्टैंडएलोन नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 4.30 फीसदी फिसलकर 3711.1 करोड़ रुपये पर आ गया। हालांकि इस दौरान ऑपरेशनल रेवेन्यू 6.38 फीसदी उछलकर 40673.8 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। ऑपरेटिंग प्रॉफिट इस दौरान 9 फीसदी गिरकर 4264 करोड़ रुपये पर आ गया और मार्जिन भी 1.50 फीसदी फिसलकर 10.5 फीसदी पर आ गया।
पूरे वित्त वर्ष 2025 की बात करें तो सालाना आधार पर स्टैंडएलोन प्रॉफिट 13209.2 करोड़ रुपये से 5.65 फीसदी उछलकर 13955.2 करोड़ रुपये और ऑपरेशनल रेवेन्यू 7.78 फीसदी उछलकर 151900.1 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। नतीजे के साथ-साथ कंपनी ने डिविडेंड का भी ऐलान किया है। कंपनी की घरेलू सेल्स 2.7 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी जबकि लक्ष्य 3-4 फीसदी का था। कंपनी के शेयरहोल्डर्स को वित्त वर्ष 2025 के लिए रिकॉर्ड 135 रुपये के स्पेशल डिविडेंड का ऐलान किया जिसकी रिकॉर्ड डेट 1 अगस्त 2025 फिक्स की गई है। इस डिविडेंड को एलिजिबल शेयरहोल्डर्स के खाते में 3 सितंबर 2025 तक क्रेडिट किया जाएगा।
रिजल्ट पर शेयरों ने कैसा दिया रिस्पांस?
कमजोर मार्केट सेंटिमेंट में आज शुरुआती कारोबार में ही मारुति सुजुकी के शेयर ग्रीन से रेड जोन में आ गए थे। हालांकि जब रिजल्ट आए तो एक झटका लगा और शेयर इंट्रा-डे में 2.49 फीसदी की गिरावट के साथ 11604.30 रुपये के निचले स्तर पर आ गए थे। शेयरों ने निचले स्तर पर संभलने की कोशिश की लेकिन अब भी यह कमजोर ही है। आज बीएसई पर यह 2.09 फीसदी की गिरावट के साथ 11652.00 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 1.23 फीसदी की बढ़त के साथ 12047.70 रुपये की ऊंचाई तक पहुंचा था।