Metal stocks : स्टील शेयरों में आज अच्छी तेजी है। ब्रोकर्स भी स्टील शेयरों पर बुलिश है। स्टील शेयरों में तेजी का वजह पर नजर डालें तो सरकार ने स्टील पर 12 फीसदी सेफगार्ड ड्यूटी लगाई है। 5 तरह के स्टील कैटेगरी के स्टील इंपोर्ट पर ड्यूटी लगाई जाएगी। स्टील पर सेफगार्ड ड्यूटी तत्काल प्रभाव से लागू होगी। सेफगार्ड से घरेलू स्टील कंपनियों को फायदा होगा। इससे इंपोर्ट शिपमेंट में अचानक हुई बढ़ोतरी को रोकने का लक्ष्य है। सेफगार्ड ड्यूटी 200 दिन तक जारी रहेगी। DGTR की सिफारिश पर कॉमर्स मिनिस्ट्री ने ये फैसला लिया है। इस फैसले के तहत हॉट रोल्ड कॉइल्स, शीट,प्लेट, कोल्ड रोल्ड कॉइल, मेटालिक और कलर कोटेड स्टील पर इंपोर्ट पर ड्यूटी लगाई जाएगी।
इस पर टाटा स्टील के सीईओ और एमडी टी. वी. नरेंद्रन ने कहा है कि यह समय पर उठाया गया और बहुत ज़रूरी कदम है। अनियंत्रित आयात घरेलू उत्पादन को कमज़ोर करता है। नौकरियों को जोखिम में डालता है और दीर्घकालिक निवेश को कमज़ोर करता है। यह कदम सबके के लिए एक समान स्थितियां तय करने में मदद करेगा और भारत में एक आत्मनिर्भर और प्रतिस्पर्धी स्टील इकोसिस्टम के निर्माण के बड़े लक्ष्य में सहायक होगा।
स्टील शेयरों पर मॉर्गन स्टैनली
मॉर्गन स्टैनली का कहना है कि सरकार ने आज की प्रभावी तिथि से 200 दिनों की अवधि के लिए प्रॉविजनल बेसिस पर नॉन एलॉय और एलॉय फ्लैट स्टील उत्पादों पर 12 फीसदी सेफगॉर्ड ड्युटी लगाई है। सरकार ने वह निम्नतम कीमत भी तय की है जिस पर या उससे ऊपर यह शुल्क लागू नहीं होता। यह एक पॉजिटव विकास है और इससे सेफ गॉर्ड ड्युटी लागू करने के बारे में कई महीनों से चल रही अनिश्चितता दूर हो गई है।
मॉर्गन स्टैनली का ये भी कहना है कि निकट भविष्य में स्टील शेयरों पर सरकार के इस फैसले से कुछ सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है। लेकिन निवेशकों को सुझाव है कि इसका मौके का इस्तेमाल स्टील कंपनियों में अपनी पोजीशन को कम करने के लिए किया जाना चाहिए। घरेलू HRC की कीमतें वर्तमान में इंपोर्ट पैरिटी लेवल की तुलना में 18 फीसदी अधिक हैं और सेफगॉर्ड ड्यूटी लगाए जाने के बाद भी घरेलू स्टील की कीमतें इंपोर्ट पैरिटी लेवल की तुलना में 5 फीसदी ज्यादा पर कारोबार कर रही हैं, जिससे घरेलू स्टील की कीमतों में बढ़ोतरी की कोई संभावना नहीं है।
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