भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी आज 13 अक्टूबर को गिरावट के साथ खुले थे। ग्लोबल मार्केट से कमजोर संकेतों और हैवीवेट आईटी और बैंकिंग काउंटरों में आई तेज गिरावट के चलते दोपहर के कारोबार तक गिरावट के साथ ही कारोबार कर रहे हैं। पूरे एशिया और अमेरिका के बाजार भी दबाव में दिखाई दे रहे हैं। अमेरिका में सितंबर के रिटेल महंगाई आंकड़ों ने इस धारणा को मजबूत किया है कि महंगाई लंबे समय तक हाई रहने वाली है। इससे मार्केट सेंटीमेंट खराब हो गया है। बता दें कि अमेरिका में सितंबर की खुदरा महंगाई दर में 3.7 फीसदी पर रही है। ये बाजार की उम्मीद के मुताबिक ही है।
दोपहर 2 बजे के आसपास सेंसेक्स 143.67 अंक या 0.22 फीसदी की गिरावट के साथ 66264.72 पर और निफ्टी 41 अंक या 0.21 फीसदी की कमजोरी के साथ 19752.55 पर दिख रहा था। लगभग 1597 शेयरों में तेजी आई थी। 1449 शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही थी। जबकि 121 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ था।
मेहता इक्विटीज़ के प्रशांत तापसे का कहना है कि बाजार में गिरावट के लिए इंफोसिस के कमजोर मार्गदर्शन और बढ़ते जियोपोलिटिकल तनाव जैसे बड़े नकारात्मक कारकों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। निफ्टी के ऑप्शन आंकड़ो की जांच से पता चलता है कि निफ्टी एक खास दायरे में कारोबार कर रहा है। इसके लिए 20000 का स्तर बड़े रजिस्टेंस का काम कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि इस अनिश्चित समय में सतर्कता के साथ उम्मीद बनाए रखने की सलाह है। अगर निफ्टी 19889 के अहम स्तर को पार करने में कामयाब होता है तभी आक्रामक लॉन्ग पोजीशन लेने पर विचार करें।
आज के कारोबार में मुख्य आकर्षण आईटी पैक पर था क्योंकि इसने जुलाई-सितंबर के नतीजों के मौसम की शुरूआत कर दी है। इंडेक्स-हैवीवेट इन्फोसिस के शेयरों में 2.5 फीसदी की गिरावट आई है। इन्फोसिस ने अच्छे आंकड़ों की रिपोर्ट के बावजूद अपने ग्रोथ गाइडेंस में लगातार दूसरी तिमाही में कटौती के साथ बाजार को अचंभे में डाल दिया है।
एचसीएलटेक ने भी वित्त वर्ष 2024 के लिए अपने रेवेन्यू अनुमानों को कम कर दिया, हालांकि बाजार को पहले से ही इसका अंदाजा था। इसके चलते स्टॉक में गिरावट नहीं आई। इसके बजाय, यह शेयर 2 फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। हालांकि गाइडेंस में कटौती ने आने वाली तिमाहियों में पूरे आईटी सेक्टर के लिए एक कठिन स्थिति का संकेत दिया है, जिसके कारण निफ्टी आईटी सूचकांक में भी गिरावट आई है। ये लगभग एक फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है।
बैंकों में भी गिरावट देखने को मिल रही है। खासकर एक्सिस बैंक और भारतीय स्टेट बैंक। सबसे ज्यादा टूटे हैं। ब्रोकरेज फर्म यूबीएस सिक्योरिटीज द्वारा दोनों शेयरों की रेटिंग घटाने के बाद ये लगभग 2 फीसदी कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे हैं। ब्रॉडर मार्केट में भी मंदी देखने को मिल रही है। निफ्टी स्मॉलकैप 100 और निफ्टी मिडकैप 100 दोनों इंडेक्स सपाट दिख रहे हैं।
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